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Maha Shivratri: परंपरागत शिव बारात से पहले इस बार अलग शोभायात्रा निकालने की तैयारी में डमरू दल

Baba Bateshwar Kirtan Committee image

बाबा बटेश्वर कीर्तन समिति (फोटो- सोशल मीडिया)

Bhopal: सभी धर्मों मे सबसे पुराना आदियोगी का त्योहार है. शिव भक्तों की शिवरात्रि है. यूं तो लोग महादेव की कृपा पाने के लिए उन्हें प्रसन्न करने में लगे रहते हैं. लेकिन महाशिवरात्रि के दिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है. भक्त बेलपत्र, भांग, धतूरा, के अलावा कई प्रकार की भोग, कई तरह के शृंगार, कलात्मक प्रस्तुतियाँ भगवान शिव को समर्पित करते हैं. महाशिवरात्रि को महापर्व के रूप में मनाते हैं. हमेशा की तरह भोपाल में शिवरात्रि के अवसर पर कीर्तन, डमरू टीम की प्रस्तुतियाँ देखने को मिलती हैं .

इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के लिए कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं अब बाबा बटेश्वर कीर्तन समिति और श्री बड़वाले महादेव मंदिर समिति के बीच खींचतान देखने को मिल रही है. डमरू दल हर वर्ष परंपरागत शिव बारात में ही अपनी प्रस्तुति देता है. लेकिन इस बार अलग शोभायात्रा निकालने की तैयारी में है. डमरू दल 08 शुक्रवार को परंपरागत शिव बारात से पहले पुष्पक विमान यात्रा निकालने जा रहा है.

श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा में डमरू दल ने दी थी प्रस्तुति

अयोध्या में प्रभु श्री राम के प्राण-प्रतिष्ठा में डमरू दल ने प्रस्तुति दी थी. डमरू दल ने पुष्पक विमान अयोध्या भेजा था. तब से ये दल सुर्खियों में है. ये टुकड़ी 7 मार्च को अयोध्या से लौट रही है. बाबा श्री बटेश्वर कीर्तन समिति उर्फ डमरू दल के सदस्यों का कहना है कि 8 मार्च को शिव बारात से पहले उन्हीं रास्तों से पुष्पक विमान यात्रा निकाली जाएगी. बाबा बटेश्वर मंदिर समिति के ही सदस्य डमरू दल अनबन के कारण समिति से अलग हो गए.

डमरू दल के सदस्य अर्जुन सोनी ने बताया की कीर्तन समिति का मंदिर समिति से कोई लेना-देना नहीं है. दोनों जगहों के कार्यक्रम अलग अलग होंगे. 111 सदस्यों वाली डमरू दल पारंपरिक वेशभूषा में चल समारोह निकालेगा. महाशिवरात्रि का ही दिन क्यों के सवाल पर अर्जुन सोनी का कहना है कि महाशिवरात्रि का दिन शुभ है.

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वहीं इस मामले में श्री बड़वाले महादेव मंदिर समिति के संयोजक संजय अग्रवाल का कहना है कि मंदिर समिति के पहले से दो डमरू दल हैं, जो कि महाशिवरात्रि के दिन शिव बारात में शामिल होंगे. श्री बड़वाले महादेव मंदिर की ओर से शहर में शिव बारात निकाली जाती है. इसमें मुख्यमंत्री सहित पूरा शहर शामिल होता है, लेकिन वर्तमान में वो बाबा श्री बटेश्वर कीर्तन समिति बारात के पहले अपना चल समारोह निकालने जा रही है.

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