MP News: प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले की जांच लगातार जारी है. इसी बीच प्रदेश सरकार ने नर्सिंग अनियमितता मामले में पहली बड़ी कार्रवाई की है. तत्कालीन रजिस्ट्रार मप्र नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल सुनीता शिजू को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. शिजू पर कई अनियमित कॉलेजों को मान्यता देने का आरोप था.
CM मोहन यादव ने दिए थे कड़ी कार्रवाई के निर्देश
बता दें कि, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्सिंग संस्थाओं में अनियमितता के मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद से ही लगातार जांच प्रकिया चल रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. सुनीता शिजु के बर्खास्त आदेश में यह कहा गया है कि शिजू ने पदेन कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया. इस आधार पर यह निर्णय लिया गया है. मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अधिष्ठाता गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल ने सुनीता शिजू तत्कालीन रजिस्ट्रार मप्र नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल एवं वर्तमान स्टॉफ नर्स, चिकित्सा महाविद्यालय दतिया को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त करने का आदेश किया है.
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कई नर्सिंग संस्थाओं की गलत मान्यताएं जारी करने का आरोप
चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल के अधिष्ठाता (डीन) ने पिछले वर्ष 20 जुलाई को आरोप पत्र तथा 4 अगस्त को अतिरिक्त अधिरोपित आरोप पत्र शिजू को जारी किया था. प्रकरण अत्यंत गंभीर प्रवृति का होने के कारण कार्यालय अधिष्ठाता गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल ने विभागीय जांच आदेशित की. जांच में सुनीता शिजू ने पदस्थी अवधि के दौरान गंभीर अनियमितताएं की. इस कृत्य के कारण प्रदेश में कई नर्सिंग संस्थाओं की गलत मान्यताएं जारी करने से प्रवेशस्त छात्र-छात्राओं का भविष्य संकटपूर्ण हुआ तथा प्रदेश की नर्सिंग शिक्षा व्यवस्था की छवि धूमिल हुई. जिसके बाद शिजू की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का निर्णय लिया गया है.