MP News: मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश एसटीएफ की रेड ने खलबली पैदा कर दी. एसटीफ ने भोपाल में रेड की और में 6 आरोपियों को पकड़ा. उत्तर प्रदेश समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) पेपर लीक मामले में भोपाल कनेक्शन सामने आया है. गिरफ्तार कर्मचारी का नाम कर्मचारी सुनील रघुवंशी है वह प्रिंटिंग प्रेस में कार्य करता था. एसटीएफ के मुताबिक, पेपर लीक करने में इनकी भूमिका अहम है.
अब तक 16 आरोपियों को भेजा जा चुका है जेल में
जांच एजेंसी के मुताबिक, भोपाल की होटल में अभ्यर्थियों को आंसर रटवाए थे. वहीं आरोपियों ने 10-12 लाख रुपए लेकर पेपर बेचा था. इस मामले में अब तक 16 आरोपियों को जेल भेज चुका है. छह आरोपी रविवार को प्रयागराज से गिरफ्तार किए गए हैं.
परीक्षा के पहले ही वायरल हो गया था पेपर
बता दें कि, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने RO-ARO की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को कराई थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया में वायरल होने लगा. जिसके बाद यूपी सरकार ने परीक्षा निरस्त कर जांच के आदेश दिए. STF ने 100 से अधिक नंबर सर्विलांस में डाले.
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कॉल डिटेल पर हुआ खुलासा
दरअसल, सटीएफ ने प्रेस के प्रत्येक कर्मचारी की कॉल डिटेल की जांच की. जिसके बाद भोपाल पहुंचने पर तो पता चला कि पेपर लीक का मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा उस समय गैंग के साथ भोपाल में ही था. STF ने प्रेस कर्मचारी सुनील रघुवंशी से पूछताछ की तो पहले तो उसने इंकार किया, लेकिन बाद में जुर्म कबूलते हुए आरोपियों के नाम बता दिए. उसने बाकी के आरोपियों को बताया कि एक पेपर में 140 और दूसरे में 40 सवाल हैं. जिसके बाद सभी की मिलीभगत से पेपर को बेचने की विस्तृत योजना बनाई गई. जांच में पता चला कि, आरोपी विशाल दुबे और सुनील रघुवंशी ने 2014 से 2017 तक साथ पढ़ाई की है. वहीं अब सुनील प्रिंटिंग प्रेस में मैकेनिकल इंजीनियर और सुभाष कॉलेज में कर्मचारी है.