Bhopal News: भोपाल में 2 महीने के बाद भी मंत्रालय की पहली बिल्डिंग के पांचवी मंजिल में लगी आग के मामले में रिपोर्ट अब तक अफसर ने सरकार को नहीं सौंपी है. सरकार की डेडलाइन के बाद भी जांच रिपोर्ट ठंडे बस्ते में डाल दी गई है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट देने के लिए निर्देश दिए थे. इसके बाद भी 50 दिन से ज्यादा समय हो चुका है. अब तक रिपोर्ट मुख्य सचिव को नहीं दी गई है. इस अग्नि कांड के मामले में सरकार ने पांच सदस्य कमेटी का गठित किया था. वल्लभ भवन की पहली बिल्डिंग के तीसरे चौथे और पांचवी मंजिल में 9 मार्च को अप्रैल आग लगी थी.
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मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभी फिलहाल फोरेंसिक रिपोर्ट आ गई है. फोरेंसिक एग्जामिनेशन के बाद आग लगने के कारणों और साजिश के बारे में जानकारी सामने आएगी. इधर सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक रिपोर्ट आ गई है. उसे पर विश्लेषण टीम कर रही है. वहीं पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट 1 सप्ताह पहले ही दी गई है लेकिन सवाल इस बात का उठ रहा है कि अब तक क्लोजर रिपोर्ट मुख्यमंत्री सचिवालय को क्यों नहीं दी गई है. बता दे कि 9 मई को घटना के दौरान तीन दिन तक मंत्रालय में आग धड़कती रही. जिसे बुझाने की कोशिश में नगर निगम की दमकल की टीम और आर्मी के साथ पुलिस की टीम में भी मौजूद रही.
नुकसान का हुआ आंकलन करोड़ों की संपत्ति भी हुई खाक
भले ही अफसर ने आग लगने की वजहों का खुलासा नहीं किया है और अभी तक कारण तलाशे जा रहे हैं लेकिन उन्होंने नुकसान का आकलन कर लिया है. सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि करीब 17 करोड़ के आसपास नुकसान हुआ है. जिसमें फर्नीचर बिजली के उपकरण और अन्य सामग्री भी थी इसके रिनोवेशन में 30 करोड रुपए से अधिक का खर्च आएगा. करीब 50 से ज्यादा ऑफिस और केबिन जलकर खाक हुए थे.