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MP News: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान, स्कूल और उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होगी श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी चीजें

Chief Minister Dr. Mohan Yadav said on International Yoga Day that things related to Lord Shri Ram and Shri Krishna will be brought in the curriculum of school and higher education.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कहा कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुड़ी चीजों को स्कूल और उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में लाया जाएगा.

MP Politics News: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर सीएम ने बड़ा ऐलान किया.  सीएम ने कहा कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुड़ी चीजों को स्कूल और उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में लाया जाएगा. आगे सीएम ने आगे कहा कि राज्य सरकार श्रीराम पथ गमन और कृष्ण पथ गमन बनाने वाली है. वहीं अब सीएम के इस बयान के बाद कांग्रेस का भी रिएक्शन आया है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवान राम और कृष्णा हमारे आदर्श हैं. उनके बारे में पढ़ाया जाना चाहिए. लेकिन दूसरे धर्म के धर्म गुरुओं के बारे में भी पढ़ाना चाहिए.

जिन स्थान पर राम-कृष्ण गए, वहां तीर्थ स्थल विकसित होंगे

सीएम मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि रामपथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन दो परियोजनाओं को राज्य सरकार ने अपने हाथ में लिया है. भगवान राम और कृष्ण राज्य में जिन-जिन स्थानों पर गए हैं, उन स्थानों को राज्य सरकार ने तीर्थ स्थल के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है. बता दें कि राज्य में राम पथ गमन योजना पर सरकार लंबे अरसे से काम कर रही है. यह वे स्थल है, जहां से भगवान राम वनवास काल में गुजरे थे.

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पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बोले- ‘सभी धर्म के धर्म गुरुओं के विचारों को पढ़ाया जाए’

वहीं इस पूरे घटना क्रम के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का बयान भी सामने आया है. दिग्विजय ने कहा कि भगवान श्रीराम और कृष्ण हमारे आदर्श हैं. उनके बारे में जरूर पढ़ाया जाना चाहिए. जिससे समाज को सीखने को मिलेगा. इसके साथ ही श्रीराम और कृष्ण के अलावा दूसरे धर्म के गुरुओं के बारे में भी पढ़ाना चाहिए. लेकिन सवाल यह भी है कि क्या गुरु नानक को नहीं पढ़ना चाहिए ? क्या जीजस को नहीं पढ़ाना चाहिए और क्या मोहम्मद साहब के बारे में नहीं पढ़ाना चाहिए ? दिग्विजय ने कहा कि मेरा तो ऐसा मानना है कि सभी धर्म के धर्म गुरुओं के विचारों को पढ़ाया जाए.

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