MP News: अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के साथ भाजपा और कांग्रेस ने बुधनी में होने वाले उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. विधानसभा ने यह सीट रिक्त घोषित करत हुए इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी है. आयोग अब जल्द ही इस सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर सकता है. कांग्रेस इस सीट पर पूर्व विधायक राजकुमार पटेल को मैदान में उतार सकती है. वहीं भाजपा से आधा दर्जन दावेदार सक्रिय हैं पर फैसला केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मर्जी से ही होगा. आखिर बुधनी की विरासत किसे मिलेगी.
बुधनी सीट को शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा के गढ़ के रूप में तब्दील कर दिया था. वे यहां से पांच बार विधायक रहे और उन्होंने हर चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी से लंबे अंतर से जीता. वहीं शिवराज के सांसद रहने के दौरान राजकुमार पटेल और फिर उनके भाई देवकुमार पटेल इस सीट से विधायक रह चुके हैं पर पिछले दो दशक से अधिक समय से यह सीट भाजपा के कब्जे में है. शिवराज के रहते इस सीट पर जीत की उम्मीद छोड़ चुकी कांग्रेस को उनके संसद पहुंचने के बाद एक बार फिर जीत की उम्मीद की आस जगी है. पार्टी नेताओं ने बुधनी को लेकर मंथन भी किया है. अधिकांश नेताओं का मानना है कि राजकुमार पटेल इस सीट से सबसे बेहतर प्रत्याशी हो सकते हैं. वे इसी इलाके के रहने वाले हैं और सामाजिक समीकरण भी उनके पक्ष में हैं. राजकुमार पटेल ओबीसी वर्ग से आते हैं. इसलिए उनकी दावेदारी सबसे ज्यादा प्रबल है वहीं कई और दावेदार भी हैं. जो बुधनी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं.
राज्यसभा चुनाव को लेकर भी सरगर्मी शुरू
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा की एकमात्र सीट को लेकर भी दावेदार सक्रिय हैं. इस सीट पर चुनाव को लेकर कभी भी अधिसूचना जारी हो सकती है. संभव है कि बजट सत्र के दौरान ही इस सीट पर चुनाव हो. विधायकों की संख्या के माने से यह सीट भाजपा के खाते में जाना तय है पर उम्मीदवारी को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है.
बाहरी व्यक्ति को मिल सकती है एमपी से राज्यसभा की सीट
माना जा रहा है कि इस सीट केन्द्र प्रदेश के बाहर के नेता को मौका दिया जा सकता है. इसमें उन केन्द्रीय मंत्रियों के नाम शामिल हैं जो फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. इसमें रवनीत सिंह बिट्टू और जार्ज कुरियन के नाम शामिल हैं. हालांकि प्रदेश सरकार मे वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता सिंह चौहान को टिकट देकर पार्टी इस धारणा को तोड़ चुकी है.
कार्तिकेय का नाम सबसे आगे लेकिन पार्टी तय करेगी प्रत्याशी
बुधनी उम्मीदवार के सवाल पर उनका कहना है कि यह पार्टी को तय करना है. पटेल भी किरार समाज से आते हैं. वहीं भाजपा में कई नेता टिकट के लिए प्रदेश के संगठन नेताओं से लेकर दिल्ली तक चक्कर काट रहे हैं. इस क्षेत्र से सबसे पहला नाम तो शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान का है पर वे परिवारवाद के दायरे में आ रहे हैं। यही वजह है कई नेता यहां से अपनी उम्मीदवारी जता रहे हैं. विदिशा से सांसद रहे रमाकांत भार्गव, गुरू प्रसाद शर्मा, राजेन्द्र सिंह, रवीश चौहान समेत कई नेता इस लाइन में हैं। राजेन्द्र सिंह ने 2005 में शिवराज के सीएम बनने के बाद उनके लिए यह सीट छोड़ी थी और उपचुनाव में शिवराज विजयी थे. वहीं रमाकांत भार्गव विदिशा से सांसद थे इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था. सूत्रों की माने तो भाजपा ने यहां से फिलवक्त किसी नाम पर विचार नहीं किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक इस सीट पर उसी व्यक्ति को मैदान में उतारा जाएगा जिसका नाम शिवराज सिंह चौहान सुझाएंगे.
विजयपुर और बीना के प्रत्याशी भी फिक्स
उपचुनाव मुरैना की विजयपुर और सागर की बीना सीट पर भी तय माना जा रहा है. विजयपुर से रामनिवास रावत ने और बीना से निर्मला सप्रे ने कांग्रेस छोड़ी है पर इन दोनों विधायकों ने फिलहाल विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है, लिहाजा उन पर उपचुनाव में अभी समय है.