MP News: मध्य प्रदेश की VIP सीटों में से एक विजयपुर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है. वोटिंग से पहले इस क्षेत्र में फायरिंग की घटना सामने आई है. सोमवार देर रात एक गांव में हुई मारपीट और फायरिंग की घटना में तीन आदिवासी घायल हो गए. इसे लेकर सियासी पारा हाई हो गया है. कांग्रेस ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाए हैं. अब इन आरोपों पर MP BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि यह घटना कांग्रेस की फेहरिस्त है.
पहले जानिए क्या है मामला?
घटना विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के धनाचया सहराने, दंगपुरा गांव और कोटका के सहराने गांव की है. ये तीनों आदिवासी बस्तियां हैं, जहां बदमाशों ने मारपीट और फायरिंग की. इस हमले में तीन आदिवासी घायल हुए हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल है. घायलों ने बताया कि करीब 9 बदमाश आए थे. वे सभी ग्रामीणों से वोट डालने की पर्ची मांग रहे थे. साथ ही वोट न डालने की बात कह रहे थे. कहा कि अगर वोट करना है तो BJP को डालना है. इस बात को लेकर मारपीट और फायरिंग की गई. घायलों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है.
कांग्रेस हुई हमलावर
इस घटना को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है. पूर्व CM कमलनाथ, MP PCC चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे समेत कई कांग्रेस नेताओं ने इसे BJP की साजिश बताया है.
वीडी शर्मा ने किया पलटवार
अब इस घटना पर MP BJP प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा- ‘यह घटना कांग्रेस की फेहरिस्त है. विधानसभा चुनाव में मेरे संसदीय क्षेत्र में घटना घटित की गई.उसमें मुस्लिम भाई की जान चली गई थी, उस समय कौन लोग थे. हार का ठीकरा फोड़ने के लिए कांग्रेस हथकंडे अपना रही है. कांग्रेस ने प्लानिंग के तहत यह किया है. दिग्विजय सिंह और कांग्रेस आरोप और छल की राजनीति करते हैं. सहरिया आदिवासियों को प्रभावित करने की कोशिश है. कांग्रेस का कुचक्र या प्लालिंग न कभी सफल हुई न होने दी जाएगी. बीजेपी सहरिया बहनों को एक हजार लाड़ली बहना योजना से पहले दे रही है. सीताराम आदिवासी को बीजेपी ने विधायक बनाया. कमलनाथ सरकार में सहरिया समाज की बहनों के एक हजार रुपए बंद कर दिए गए थे. दिग्विजय सिंह के इशारे पर कमलनाथ ने रुपए बंद किए थे.
‘चुनाव आयोग होगा जिम्मेदार’
इस घटना को लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा- ‘रामनिवास रावत को बताना चाहिए कि बंटी रावत आखिर कौन है. डकैत आदिवासियों को डरा रहे हैं. अगर कुछ भी बड़ी घटना होती है तो उसके लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार होगा. कांग्रेस ने पहले ही रामनिवास रावत के खिलाफ शिकायत की थी लेकिन अब तक चुनाव आयोग ने कोई सुनवाई नहीं की है.’