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MP News: डिप्टी CM राजेन्द्र शुक्ल के निर्देश पर एक्शन, आदिवासी महिला की टायलेट में डिलीवरी, नवजात की मौत, नर्सिंग अफसर निलंबित

Deputy Chief Minister Rajendra Shukla had given instructions that action should be taken against the officials and employees of the Health Department guilty in this case.

उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने निर्देश दिए थे कि इस मामले में दोषी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए.

MP News: छतरपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ईशानगर में गर्भवती आदिवासी प्रेमबाई के ईलाज में लापरवाही और सही तरीके से जांच नहीं किए जाने के कारण उसकी डिलेवरी बाथरुम में हो गई. वहां गिरने से नवजात की मृत्यु हो गई. इस मामले में लापरवाही बरते जाने पर उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने इस पूरे मामले में दोषी पाई गई नर्सिंग ऑफिसर प्रीति प्रजापति को गंभीर लापरवाही और कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के फलस्वरुप निलंबित कर दिया है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक छतरपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 31 अगस्त को नर्सिंग ऑफिसर प्रीति प्रजापति ड्यूटी पर थी. उस समय यहां प्रसव के लिए बालकिशन आदिवासी की पत्नी प्रेमबाई यहां प्रसव के लिए पहुंची थी. नर्सिंग ऑफिसर प्रीति प्रजापति गर्भवती प्रेमबाई की सही तरीके से जांच नहीं की और बाथरुम में उसकी डिलेवरी हो गई. वहां पर गिरने के कारण नवजात शिशु की मृत्यु हो गई.

इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जांच के निर्देश दिए गए थे. उन्होंने अपने जांच प्रतिवेदन में नर्सिंग ऑफिसर प्रीति प्रजापति को प्रथम दृष्टया दोषी पाया. उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने निर्देश दिए थे कि इस मामले में दोषी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए. सीएमएचओ की रिपोर्ट पर सागर संभाग के क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ने आदिवासी गर्भवती महिला की इस प्रकरण में जांच सही नहीं किए जाने के लिए नर्सिंग ऑफीसर प्रीति प्रजापति को गंभीर लापरवाही और कर्तव्य के प्रति उदासीनता का दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में उन्हें मुख्यालय सीएमएचओ कार्यालय छतरपुर अटैच किया गया है. निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता उन्हें दिया जाएगा.

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विपक्ष ने उठाया स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल

इधर, मध्य प्रदेश पहले स्वास्थ्य विभाग में व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है. महिलाओं के साथ अत्याचार और अस्पतालों में पहली अव्यवस्था को लेकर सरकार से जवाब तलब किया है. वहीं मध्य प्रदेश में अमानक दवाइयां को लेकर भी कांग्रेस सरकार पर हमलावर है.

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