MP News: प्रदेश में सड़क दुर्घटना रोकने और यातायात के नियम बताने के लिए स्कूली बच्चों को यातायात का पाठ पढ़ाया जाएगा. बच्चों में यातायात के नियमों की समझ, यातायात संकेत समझाने और संभावित दुर्घटना से बचने के लिए ये व्यवस्था की जा रही है.
कैसा रहेगा पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम भी इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि इसमें दोहराव ना हो. इसके साथ ही उनकी सामग्री विद्यार्थियों के बौद्धिक स्तर के अनुकूल हो. पांचवीं की किताब में आठ चैप्टर होंगे. इसमें वाहन सड़क में कैसे, किस दिशा में चलाएं, रोटरी क्या है. प्रदूषण के मापदंड के अनुसार वाहन कितने प्रकार के होते हैं ? लाइसेंस कितने तरह के होते हैं, जैसी जानकारियों को शामिल किया गया है. आगामी शैक्षणिक सत्र से इस पाठ्यक्रम को लागू किया जाएगा.
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पुलिस मुख्यालय छपवा रहा किताबें
पुलिस मुख्यालय इसके लिए 87 लाख किताबें छपवा रहा है. कक्षा पांच से 12वीं तक हर साल नई कक्षा में का नई किताब पढ़ाई जाएगी. स्कूली विद्यार्थियों को यातायात का पढ़ाने में पुलिस अहम योगदान देगी. पुलिसकर्मी समय-समय पर स्कूलों में जाकर बच्चों को यातायात के नियम बताएंगे. कैसे यातायात के नियमों का पालन करके आप अपनी और दूसरों की जान बचा सकते हैं.
सड़कों पर लगे साइन बोर्ड, ड्राइविंग करते समय किन नियमों का पालन किया जाता और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है. इसकी जानकारी पुलिस बच्चों को देगी.
यातायात पाठ्यक्रम को मिली मंजूरी
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) संजीव शर्मा ने बताया कि पाठ्यक्रम(सिलेबस) समिति ने इसे मंजूरी मिल चुकी हैं. पाठ्यक्रम(सिलेबस) में इन्हें अगले शैक्षणिक सत्र से शामिल किया जाएगा कि नहीं यह अभी तय होना है. पाठ्यक्रम(सिलेबस) का हिस्सा नहीं बन पाने के बाद भी विद्यार्थियों को यह पुस्तकें पढ़ाई जाएंगी.