MP News: सागर जिले के बीना और खुरई के बीच जिले की मांग को लेकर चल रही सियासत के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 9 सितंबर को बीना के दौरे पर रहेंगे. मुख्यमंत्री के प्रस्तावित बीना दौरे के मद्देनजर इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि क्या मुख्यमंत्री बीना तहसील को जिला बनाने की घोषणा करेंगे? दरअसल, बीना विधायक निर्मला सप्रे ने मई में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली थी.
निर्मला सप्रे मुख्यमंत्री के समक्ष कई बार प्रमुखता से बीना को जिला बनाने की मांग रख चुकी हैं। उनका कहना है कि वह मंत्री बनने या अन्य किसी पद पर काबिज होने के लिए नहीं, बल्कि बीना को जिला बनाने की शर्त पर भाजपा में शामिल हुई. अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि खुरई को जिला बनाए जाने की मांग बीना से पहले हो रही थी. सबकी नजर इसी बात रहेगी कि अगर मुख्यमंत्री बीना को जिला बनाने का ऐलान करते हैं तो खुरई के लोगों में नाराज की बढ़ जाएगी. जब से बीना को जिला बनाने की पहल हुई है. खुरई में भी जिला बनाने की मांग तेज हो गई है यहां तक की खुरई में कई बार लोगों ने प्रदर्शन और आंदोलन भी किया. मुख्यमंत्री का दौरा भी पिछले दिनों निरस्त हो गया था.
विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी करेंगे सीएम
मुख्यमंत्री 9 सितंबर को बीना कृषि उपज मंडी में होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना की 1.29 करोड़ बहनों के खातों में 1574 करोड़ रुपए की राशि अंतरित करेंगे. इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों के खाते में 332.43 करोड़ रुपए अंतरित की जाएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कई विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी करेंगे. गौरतलब है कि इससे पूर्व 4 सितंबर को मुख्यमंत्री का बीना दौरा प्रस्तावित था। बीना में कार्यक्रम की तैयारियां हो गई थीं, लेकिन पारिवारिक शोक के कारण उनका दौरा रद्द हो गया था. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री उनकी बीना को जिला बनाने की मांग को पूरा करेगे या नहीं.
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भूपेंद्र सिंह ने किया था विरोध
उधर, बीना को जिला बनाने के मुद्दे पर पार्टी में ही मतभेद पैदा हो गए हैं. सीएम हाउस में 2 सितंबर की रात सागर जिला बीजेपी के कोर ग्रुप की बैठक हुई थी. बैठक बीना में संभावित उपचुनाव की तैयारी के लिए बुलाई गई थी, पर इसमें बीना जिला बनाने पर भी चर्चा हुई. खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने बीना को जिला बनाने का विरोध किया था. माना जा रहा है कि इसके बाद ही मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बीना को जिला बनाने का प्रस्ताव टाल दिया गया.
ऐलान के बाद तहसील बन जाएंगे जिले
गौरतलब है कि जुलाई में बीना को जिला बनाने की मांग को लेकर यहां एक सप्ताह तक धरना-प्रदर्शन चलता रहा। जैसे ही बीना को जिला बनाने की मांग ने जोर पकड़ा, तो खुरई के लोग भी नगर को जिला बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए. यहां अब भी विभिन्न संगठनों द्वारा धरना-प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. बीना और खुरई सागर जिले की तहसीलें हैं.