MP News: सीएम डॉ मोहन यादव ने 10 हाथियों की मौत के मामले में सख्त एक्शन लेते हुए दो अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया. फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और एसीएफ(ACF) फतेह सिंह निनामा को निलंबित कर दिया. दोनों पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप हैं. कल शाम यानी 3 नवंबर को सीएम ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाई थी. इस बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन (वर्चुअली जुड़े), एसीएस राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, सीएम सचिव भरत यादव और जनसंपर्क विभाग के आयुक्त सुदाम खाड़े मौजूद रहे.
राज्य स्तरीय हाथी टास्क फोर्स बनाया जाएगा
बैठक में सीएम ने कहा, ‘राज्य स्तरीय हाथी टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा.’ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में आने वाले समय में ऐसे वन क्षेत्र विकसित किए जाएंगे, जिसमें हाथियों की बसाहट के साथ सहअस्तित्व की भावना मजबूत हो सके. केंद्रीय वन मंत्री से भी इस संबंध में चर्चा हुई है. वे मार्ग दर्शन करेंगे जिससे वन विभाग इस क्षेत्र में ठोस कार्रवाई कर सकें. जिन जिलों में हाथी वन क्षेत्रों में रह रहे हैं, वहां हाथी मित्र जन-जागरूकता के लिए कार्य करेंगे.
स्टडी के लिए अधिकारी केरल, कर्नाटक और असम जाएंगे- सीएम
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि पहले हाथी छत्तीसगढ़ से आया करते थे और घूमकर वापस चले जाया करते थे. पिछले कुछ समय से हाथियों ने बांधवगढ़ में डेरा जमा लिया है. यहां हाथियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. यह मध्य प्रदेश की वन विभाग की गतिविधियों का हिस्सा बन गए हैं. ऐसे में हाथियों की आवाजाही को देखते हुए स्वाभाविक रूप से स्थाई प्रबंधन के लिए शासन के स्तर पर हाथी टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया जा रहा है. हाथियों को अन्य वन्य-प्राणियों के साथ किस तरह रहवास की सावधानियां रखना चाहिए, इसके लिए योजना बनाई जा रही है. इसमें कर्नाटक, केरल और असम राज्यों की बेस्ट प्रेक्टिसेस को शामिल किया जाएगा. इन राज्यों में बड़ी संख्या में हाथी रहते हैं. इन राज्यों में मध्य प्रदेश के अधिकारियों को भेजा जाएगा. जिससे सहअस्तित्व की भावना के आधार पर हाथियों के साथ बफर एरिया, कोर एरिया में बाकी का जन जीवन प्रभावित न हो, इसका अध्ययन किया जाएगा.
सीएम ने हाथियों की मौत जताया दुख
उमरिया जिले के वन क्षेत्र में पिछले दिनों 10 हाथियों की अलग-अलग दिन हुई मृत्यु की घटना पर सीएम ने दुख जताया है. सीएम ने कहा, ‘जिसे राज्य शासन ने गंभीरता से लिया है. वन राज्य मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों के दल ने क्षेत्र का भ्रमण किया है. प्रारंभिक रिपोर्ट में कोई कीटनाशक नहीं पाया गया है. पोस्ट मार्टम की विस्तृत रिपोर्ट आना बाकी है.