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MP News: कांग्रेस को चंबल में बड़ा झटका देने की तैयारी में BJP, पूर्व मंत्री रामनिवास रावत छोड़ेगे कांग्रेस का हाथ!

Congress mla ram nivas rawat will join bjp

कांग्रेस नेता रामनिवास रावत BJP में शामिल हो सकते हैं.

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव के बाद अब दूसरे चरण के मतदान की तैयारी चल रही है. वहीं दूसरी तरफ मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट पर चुनावी मुकाबला कांटे का हो गया है. दरअसल बसपा ने इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. सभी पार्टियां चुनाव जीतने के लिए पूरे दम खम से चुनावी मैदान में जुटी हुई है. भाजपा अपना गढ़ बचाने की कोशिश में लगी हुई है. जबकि कांग्रेस तीन दशक के बाद अपनी जीत तलाश रही है. अब यह भी है कि इस बीच कांग्रेस को झटका लग सकता है. सूत्रों के मुताबिक चंबल के कद्दावर कांग्रेस नेता रामनिवास रावत भाजपा में शामिल हो सकते है.

PM मोदी की सभा में ले सकते है सदस्यता

दरअसल जानकारी के मुताबिक रामनिवास रावत पार्टी से नाराज चल रहे हैं. माना जा रहा है कि वह 25 अप्रैल को मुरैना में प्रधानमंत्री मोदी की सभा में कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का कमल थाम लेंगे. कुछ दिन पहले ही सुमावली के पूर्व विधायक अजब सिंह कुशवाह और उनसे पहले मुरैना के पूर्व विधायक राकेश मावई भी भाजपा में शामिल हो गए है.

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6 बार विधायक रह चुके है रावत

रामनिवास रावत 1993 में दिग्विजय सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री भी रहे है, जबकि विजयपुर विधानसभा से छह बार विधायक रह चुके हैं. साथ ही विधानसभा के अलावा दो बार सांसद का चुनाव मुरैना-श्योपुर सीट से लड़ चुके हैं. इसके बाद साल 2009 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर पूर्व सांसद नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन कांग्रेस सरकार में सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाने वाले रावत साल 2020 में सिंधिया के साथ भाजपा में नहीं आए थे. लेकिन अब राजनीतिक गलियारों  में चर्चा है कि रावत सीएम मोहन यादव की वजह से ही भाजपा में शामिल हो रहे हैं.

मुरैना-श्योपुर सीट पर त्रिकोणीय मामला होने की उम्मीद

दरअसल मुरैना-श्योपुर सीटपर लगातार 7 चुनाव से भाजपा जीत की स्थिति में बनी हुई है, जबकि कांग्रेस इस बार यहां से जीत तलाश कर रही है. भाजपा ने शिवमंगल सिंह तोमर को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने सत्यपाल नीटू सिकरवार पर भरोसा जताया है. दोनों ही क्षत्रिय समाज से आते हैं और पूर्व विधायक भी रहे हैं. नरेंद्र सिंह तोमर के कारण अब तक क्षत्रिय वोट भाजपा के खाते में रहा है, लेकिन नीटू सिकरवार की आमद ने क्षत्रिय वोट को दो धड़े में बांट दिया है. इसके साथ ही बसपा ने वैश्य समाज के नेता रमेशचंद्र गर्ग को अपना प्रत्याशी बनाया है. वैश्य समाज के वोट को रमेशचंद्र अपनी ओर मोड़ेंगे जो अब तक भाजपा का वोट बैंक रहा है. इसीलिए अब यहां का मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.

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