MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Assembly) का शीतकालीन सत्र जारी है. इस सत्र में कांग्रेस पहले दिन से ही सरकार को घेरते हुए जमकर हंगामा कर रही है. आज बुधवार को सत्र के तीसरे दिन भी विधानसभा में कांग्रेस विधायक नए तरीके से सरकार का विरोध करते नजर आए. कोइ गले में शराब की बोतल की माला पहनकर पहुंचा तो कोई हाथों में चाय की केतली लेकर.
तीसरे दिन MP विधानसभा में जोरदार हंगामा
मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया. 18 दिसंबर को गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस विधायकों ने चाय की केतली और शराब की बोतलों की माला पहनकर प्रदर्शन किया. सत्र के तीसरे दिन बढ़ती बेरोजगारी और प्रदेश में शराब घोटाला की जांच नहीं होने का आरोप लगाते हुए यह प्रदर्शन किया गया.
शराब की बोतल की माला पहनकर पहुंचे कांग्रेस विधायक
कांग्रेस विधायक महेश परमार शराब की बोतलों की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने सरकार द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर विरोध जताया. उन्होंने कहा- ’10 साल पहले इंदौर में हुए शराब घोटाले के मामले में सरकार ने आज तक कार्रवाई नहीं की. इसको लेकर विधानसभा में एक दिन पहले ध्यानाकर्षण भी लगाया था. इसमें सरकार ने माना कि इंदौर शराब घोटाले में करीब 100 करोड़ का घोटाला हुआ है. इतने साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. मजबूरन मुझे इसका विरोध जताने शराब की बोतल की माला पहनकर आना पड़ा.’
युवाओं के लिए कोई रोडमैप नहीं
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर चाय की केतली और बैनर, पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा-‘सरकार ने युवाओं को 2 लाख नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन वो पूरा नहीं हुआ. आज पुलिस भर्तियां नहीं हो पा रही, संविदा शिक्षक भर्ती नहीं हो पा रही, डॉक्टरों की भर्तियां भी रुकी पड़ी है. ये सरकार बच्चों को पढ़ाने के बाद नौकरियां नहीं देना चाहती. आज का युवा क्या मोदी जी की चाय बेचेगा ? पूरा कांग्रेस विधायकदल युवाओं के साथ है और सरकार को रोजगार को लेकर जवाब देना पड़ेगा.’
कटोरा लेकर विधानसभा पहुंचे थे कांग्रेस विधायक
इससे पहले सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक हाथों में कटोरा लेकर विधानसभा पहुंचे थे. कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश सरकार पर राज्य को कर्ज में डूबोने का दावा करते हुए जमकर हंगामा किया था. साथ ही राज्य की आर्थिक स्थिति साफ करने की मांग की थी. उसके पहले सोमवार को सत्र के पहले दिन प्रदेश भर से करीब 50 हजार कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने भोपाल में एकजुट होकर बड़ा प्रदर्शन किया था.