MP News: एमपी के डिप्टी सीएम ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की साथ ही बताया कि पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को वर्ष 2015 में पत्र जारी किया गया है और इसके तहत विगत वर्षों में प्रतिवर्ष लगभग 2 लाख कोरेक्स की शीशियां जब्त की गई है. माह जनवरी 2024 से अप्रैल 2024 तक में मप्र के 104 प्रकरणों में 161 आरोपियों के कब्जे से 136465 शीशी कोरेक्स जब्त की गई है. रीवा जोन के 78 प्रकरणों में 9055 शीशी एवं 105845 नशीली टेबलेट जब्त की गई है. शुक्ल ने योगी से बताया कि उप्र में यदि आपके किसी प्रकार के निर्देश जारी होते हैं तो नशे के इस कारोबार पर कार्रवाई और अच्छे तरीके से हो सकेगी एवं युवाओं को नशे से बचाया जा सकेगा. कार्रवाई न होने के कारण वहां से मप्र के सीमावर्ती जिलों में उप्र के सीमावर्ती जिले से कोडिन फास्फेट युक्त मादक पदार्थ लाकर इन जिलों मैं बेचते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि संभवतः उप्र के जिलों में भी युवा नशे की गिरफ्त में होंगे.
सुप्रीम कोर्ट का दिया हवाला
सीमाई डिप्टी मात्रा एवं बच्चे करते युवा उनका यूपी के जिला से मादक तहत डिप्टी सीएम ने उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय का हवाला भी दिया. बताया कि मो. शहाबुद्दीन एवं अन्य के विरुद्ध असम राज्य आपराधिक अपील क्रमांक 1602/2012 दिनांक 5.10.2012 के मामले में बड़ी मात्रा में खांसी की दवाई के परिहवन के आरोपियों की जमानत आवेदन इस आधार पर खारिज कर दिया. कि आरोपी द्वारा वैध अनुज्ञप्ति दस्तावेज के बिना भी कफ सिरप जिसमें निसिद्ध मात्रा में कोडिन फास्फेट नामक पदार्थ पाया जाता है का परिवहन किया जा रहा था. अपीलार्थी का कृत्य एनडीपीएस एक्ट की धारा के अधीन दण्डनीय है. अतः उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के परिप्रेक्ष्य में बच्चों में बढ़ती नशे की आदत को रोकते हुए ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध जिनके द्वारा बिना किसी वैध दस्तावेज के खांसी की दवा चाहे वह बाजार में किसी भी नाम से उपलब्ध हो. जिसमें कोडिन फास्फेट की मात्रा 10 एमजी से अधिक हो विक्रय, संग्रहण या परिवहन किया जाता है तो एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने के निर्देश हैं.
गत दिवस उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी से भेंट कर कोरेक्स के प्रयोग एवं विक्रय पर NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
हमारा प्रयास है कि मध्यप्रदेश का कोई भी युवा किसी भी प्रकार के नशे का शिकार न हो। pic.twitter.com/8Xza3voWhx
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) June 21, 2024
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योगी का आश्वासन सब कुछ होगा
डिप्टी सीएम ने बताया कि यूपी के सीएम ने आश्वासन दिया है कि युवाओं को नशा से बचाने सब कुछ किया जाएगा. बार्डर में नाकेबंदी की जाएगी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से एमपी के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने गुरुवार को लखनऊ में मुलाकात किया. उनके मुलाकात का मकसद उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश के क्षेत्रों में आने वाली नशीली दवाओं को रोकने को लेकर था. सीएम ने योगी को बताया कि खांसी की दवा कोरेक्स एवं रेफरेक्स में कोडिन फास्फेट की अधिक होने के कारण एवं बाजार में उपलब्ध होने से इसका उपयोग युवा नशे के रूप में वृहद स्तर पर हैं. इस प्रकार के नशे का प्रचलन रीवा, सतना, सीधी एवं सिंगरौली में सर्वाधिक है, जो अत्यधिक चिंतनीय वीं है. इस नशे का आदी नौनिहाल को वर्ग हो रहा है. जिसके कारण परिवार प्रभावित है. उन्होंने न सीएम को बताया कि उप्र के मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी के सीमावर्ती जिले हैं. इन जिलों नकोडिन फास्फेट नामक पदार्थ आसानी से मिल जाती है.