Bhojshala ASI Survey: भोजशाला कमाल मौला मस्जिद में एएसआई के सर्वे का आज 51 वां दिन है. सर्वे में हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजना अग्निहोत्री भी पहुंची. इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद के अलावा हिन्दू पक्ष के पंडित गोपाल शर्मा एवं आशीष गोयल भी सर्वे में शामिल हुए.
सर्वे के दौरान पुरातत्व काल के सिक्के मिले: रंजना अग्निहोत्री (राष्ट्रीय अध्यक्ष हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस)
सर्वे स्थल से बाहर आने के बाद रंजना अग्निहोत्री ने मीडिया से चर्चा की. उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान पुरातत्व महत्व के सिक्के भी निकले हैं. एएसआई की सर्वे टीम द्वारा पिछले कुछ दिनों से गर्भगृह के सामने मैदान में दक्षिण दिशा में खुदाई का कार्य किया जा रहा है जो काफी गहराई तक पहुंच चुका है. गहराई में चौड़ी सीढ़ियां बनी हुई मिली हैं. उससे ऐसा प्रतीत होता है कि भोजशाला के गर्भगृह के नीचे भी कोई तरह खाना या मंजिल भी हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि इसका खुलासा तो पुरातत्व विभाग के अधिकारी ही कर सकेंगे. लेकिन यह स्थान माता सरस्वती का ही था और माता सरस्वती का ही रहेगा.
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4 जुलाई को मामले की अगली सुनवाई
रंजना ने आगे कहा कि एएसआई एक निष्पक्ष एजेंसी है, जिसके द्वारा उनकी अपनी आधुनिक पद्धति से यहां सर्वे का कार्य निरंतर जारी है. सर्वे प्रोसेस जरूर स्लो है लेकिन वह अपने हिसाब से अपने तकनीक से उक्त कार्य को कर रहे हैं. हम उनके कार्यों से संतुष्ट भी हैं. एएसआई के आवेदन पर उच्च न्यायालय द्वारा सर्वे के लिए 8 सप्ताह का और समय दिया गया है. लेकिन अभी सर्वे में अभी और समय लग सकता है. यह तो कोर्ट के द्वारा नियत तिथि 4 जुलाई को ही पता चलेगा कि सर्वे के लिए आगे और समय दिया जाता है या नहीं.
खुदाई में मॉन्यूमेंट्स का स्ट्रक्टचर को नुकसान की आशंका: अब्दुल समद (मुस्लिम पक्षकार)
इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद लगातार एएसआई पर आरोप लगा रहे हैं. अब्दुल का कहना है कि अधिकारी न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं. जिस प्रकार मॉन्यूमेंट के दक्षिण की ओर निरंतर खुदाई की जा रही है जो लगभग 10 फीट गहरी हो चुकी है. उत्तर की ओर भी काम किया जा रहा है. जो मॉन्यूमेंट्स के स्वरूप को भी क्षति पहुंचा सकता है. पिछले दिनों खुदाई के दौरान यहां से गौतम बुद्ध की मूर्ति निकली है इसके अलावा एक और धड़ से अलग सिर्फ एक चेहरा निकला है. खुदाई के दौरान अन्य कई अवशेष निकल रहे हैं जो संभवतः भराव के लिए काम में लिए गए होंगे. अब्दुल समद बताते है कि यहां निकली एक मूर्ति गौतम बुद्ध की है जिसे एएसआई द्वारा अभी कोई स्पष्ट नहीं किया जा रहा है इसका इंतजार रहेगा.