MP News: मऊगंज में मंगलवार यानी 19 नवंबर को महादेवन मंदिर के पास कब्जे वाली बाउंड्री वाल हटाने को लेकर विवाद हो गया. विधायक प्रदीप पटेल अपने समर्थकों के साथ बाउंड्री वाल हटाने के लिए पहुंच गए. बाउंड्री वाल हटाते ही विवाद शुरू हो गया. दो पक्षों में विवाद और लाठी-डंडे चल गए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला.
क्या है पूरा मामला ?
बीजेपी नेता संतोष तिवारी रविवार यानी 17 नवंबर से बाउंड्री वाल हटाने को लेकर धरने पर बैठे थे. संतोष तिवारी का कहना है कि 9 एकड़ जमीन में से 90 फीसदी जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्जा किया हुआ है. विवाद तब शुरू हुआ जब मंगलवार यानी 19 नवंबर को स्थानीय विधायक प्रदीप पटेल समर्थकों के साथ जेसीबी लेकर पहुंच गए. जानकारी के अनुसार अतिक्रमण हटाने की बात सुनते ही मुस्लिम समुदाय के लोग भी पहुंच गए. इस पर विवाद बढ़ गया और दोनों पक्षों की ओर से पथराव होने लगा.
पथराव और जोरदार नारेबाजी के बीच पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा. इसके साथ ही हल्का बल प्रयोग किया. पुलिस बल के साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर भी मौजूद रहे. ऐसा बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने कार्रवाई की तब वहां लगभग 600 लोग मौजूद थे.
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हाईकोर्ट में दायर है याचिका- मुस्लिम पक्ष
मऊगंज के खटखरी स्थित महादेवन मंदिर के पास की जमीन पर बाउंड्री वाल बनाने का मामला है. ये जमीन लगभग 9 एकड़ है. जहां एक ओर हिंदू पक्ष का कहना है कि इस जमीन पर अतिक्रमण हुआ है. वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि ये उनकी पुश्तैनी जमीन है और इसके लिए जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. ऐसा बताया जा रहा है कि इस जमीन पर जो घर बने हैं उनमें मुस्लिमों और दलितों के हैं.
मंदिर पर गंदगी फेंकी जा रही थी- विधायक
मऊगंज से विधायक प्रदीप पटेल ने अपना एक वीडियो जारी किया. इस वीडियो में वह बता रहे हैं कि मंदिर परिसर में अतिक्रमण किया गया था. जिसे हटाने को लेकर न्यायालय ने आदेश दिया था लेकिन दो महीने का समय बीतने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटा. मुस्लिम समुदाय द्वारा लगातार मंदिर परिसर में गंदगी फेंकी जा रही थी. हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे थे. आज मुझे पुलिस ने गिरफ्तार किया है क्यों किया यह नहीं बता रहे.