MP News: मध्य प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला राजधानी भोपाल में डिजिटल अरेस्ट का नया मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने डॉक्टर को 3 दिनों तक बंधक बनाकर रखा. ठगों ने डॉक्टर से लाखों रुपयों की ठगी कर ली.
तीन दिनों में 10.50 लाख रुपये ठगे
साइबर ठगों ने डॉक्टर को 3 दिनों तक बंधक बनाकर रखा. करीब 3 दिनों तक डॉक्टर रागिनी मिश्रा डिजिटल अरेस्ट रहीं और उनसे दूसरे दिन 10 लाख, 50 हजार रुपये ठग लिए गए. तीसरे दिन उन्होंने जानकारी अपने पति को दी. पति कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और फिर उन्होंने सारी जानकारी दी.
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क्या है पूरा मामला?
डॉ.रागिनी मिश्रा और उनके पति महेश चंद्र मिश्रा कानपुर से रिटायर हुए हैं. उसके बाद भोपाल के रीगल पैराडाइज के फेस 2 में रह रहे हैं. बुधवार यानी 27 नवंबर की सुबह डॉक्टर रागिनी मिश्रा को फोन आता है और उन्हें उसे फोन के माध्यम से बताया जाता है कि वह टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी हैं.
उनके नंबर से और आधार कार्ड के माध्यम से उपयोग करके जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल का पैसा 427 करोड रुपए गलत कामों में उपयोग किया गया है. इसी के कारण अब उनसे सीबीआई (CBI) पूछताछ करेगी और उन्हें घर में ही अरेस्ट कर रही है. साइबर ठगों की बात सुनकर रागिनी मिश्रा घबरा गईं.
पुलिस को रागिनी मिश्रा ने बताया कि उन्होंने कहा कि मेरे पास इतना पैसा नहीं है. इस बात पर साइबर ठगों ने कहा कि तुम्हारी आईडी का उपयोग किया गया है. फिर यदि तुम उनको कॉर्पोरेट नहीं करोगी तो वह उनके बच्चों को और पति को गोली मरवा देंगे. जिससे वह डर गईं.
इसके बाद रागिनी मिश्रा साइबर ठगों की बात मानने लगीं. करीब 56 घंटे तक वह डिजिटल अरेस्ट में रहीं. इस दौरान वह अकेली बैंक गईं. बैंक जाकर उन्होंने 10 लाख 50 हजार साइबर ठगों के खाते में ट्रांसफर किए.
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
इधर पुलिस ने जब साइबर ठगों से बात की तो वह असली पुलिस को ही नकली बताने लगे. करीब 20 मिनट तक वह पुलिस से बातचीत करते रहे. इस दौरान उन्होंने पुलिस से अभद्रता भी की और मामले में पुलिस सब दंपति की शिकायत पर FIR दर्ज कर इन ठगों की तलाश में जुट गई है.