भोपाल: एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की मध्य प्रदेश में बड़ी कार्रवाई हुई है. ईडी ने जगदंबा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड (Jagdamba Amw Automotives Private Limited) के मामले में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की है. मध्य प्रदेश में जबलपुर, बांधवगढ़(उमरिया), रीवा, शहडोल, स्लीमनाबाद(कटनी) में कुछ दिन पहले ही एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (Enforcement Directorate ) ने दबिश दी थी. इसके बाद भूमि (कृषि, वाणिज्यिक और आवासीय) वाहन शोरूम / डीलरशिप, आवासीय घर और कारों रूप में 5.32 करोड़ रुपये कीमत की 55 संपत्तियां अस्थायी रूप से कुर्क की है.
बैंकिंग फ्रॉड के मामले में भी जांच कर रही है CBI
करोड़ों रुपए के हेरफेर और बैंकिंग फ्रॉड के मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है. 17 फरवरी 2024 को भी एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने कटनी रीवा सहित कई और जिलों में दबिश देते हुए कंपनी से जुड़े फॉर्म में छापेमारी की थी. मनी लाड्रिंग एक्ट के मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट आरोपी पुष्पेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि जनवरी में भी सर्च ऑपरेशन कंपनी के ठिकानों पर किया गया था. इस दौरान 16 लाख रुपए और कई अहम दस्तावेज को भी जप्त किया गया था.
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50 ट्रैकों के लोन में की थी गड़बड़ी, बैंक को भी लगाया चूना
ईडी के मुताबिक पुष्पेंद्र सिंह ने केनरा बैंक के पूर्व प्रबंधक और अन्य के साथ मिलकर जगदंबा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 14.93 करोड़ रुपये की चपत लगाई थी. अप्रैल 2015 और मार्च 2016 के बीच धोखाधड़ी की. आरोपियों ने फर्जी बैंक गारंटी और झूठे दस्तावेज जमा कर 50 ट्रकों के लिए गलत तरीके से ऋण मंजूर कराए और बैंक से लोन लिया था. ईडी ने बताया कि सिंह जानबूझकर अपराध की आय से जुड़ी प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल रहा.