MP News: इंदौर नगर निगम में हुए करोड़ों रुपए के फर्जी बिल घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने बड़े पैमाने पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई इंदौर के आजाद नगर थाना क्षेत्र स्थित मदीना नगर में की गई, जहां ग्रीन कंट्रक्शन, किंग कंट्रक्शन और निवा कंट्रक्शन के मालिक मोहम्मद साजिद, मोहम्मद जाकिर, और मोहम्मद सिद्दीकी के घर पर छापे मारे गए. छापामार कार्रवाई के साथ ही ईडी ने नगर निगम से कई जानकारी मांगी है. अब इस मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभी भ्रष्टों को जेल भेजने की बात कही है.
महत्वपूर्ण दस्तावेज जप्त किए गए
ईडी ने घोटाले के मास्टर माइंड अभय राठौर, नगर निगम के अकाउंटेंट अनिल गर्ग के ठिकानों सहित कुल 12 से अधिक स्थानों पर छापे मारे. यह छापेमार कार्रवाई ईडी द्वारा नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत के संदेह के आधार पर की गई थी, जिसके तहत फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया था. छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं. इनमें फर्जी बिल, बैंक खातों की जानकारी और संपत्ति के दस्तावेज शामिल हैं, जो घोटाले के साक्ष्य के रूप में काम आ सकते हैं.
ED की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा
इसके अलावा, ईडी ने नगर निगम से कई जानकारी मांगी है, जिसमें ठेकेदारों के साथ किए गए अनुबंध, बिलों का भुगतान, और संबंधित अधिकारियों के नाम शामिल हैं. इस मामले में ईडी की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है और कई अन्य ठेकेदारों और अधिकारियों की भी जांच की जा रही है. इस घटनाक्रम पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नगर निगम में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही और आश्वासन दिया कि दोषियों को जेल भेजने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी. इंदौर के फर्जी बिल भुगतान घोटाले को एक तरीके से ठंडा कर दिया गया था, लेकिन अब इस घोटाले में ईडी की एंट्री ने घोटाले को फिर से हवा दे दी है.