MP News: विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे (Hemant Katare) के खिलाफ EOW ने FIR दर्ज की है. उनके भाई योगेश कटारे (Yogesh Katare) के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है. राजधानी भोपाल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में ये मामला दर्ज किया गया है. उनका कहना है कि राज्य सरकार के दबाव में आकर EOW ने केस दर्ज किया है. विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
भोपाल विकास प्राधिकरण के अफसरों, हेमंत कटारे और उनके भाई योगेश कटारे के खिलाफ EOW ने केस दर्ज किया है. आरोप है कि बिना टेंडर निकाले गलत तरीके से BDA के अफसरों ने कटारे की कंपनी को ISBT में भूमि आवंटित की. इसके साथ ही डायवर्जन कराने में भी फर्जीवाड़ा किया गया. भूमि का कमर्शियल इस्तेमाल करने की बात सामने आ रही है.
21 साल बाद FIR क्यों की गई?
हेमंत कटारे ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि मेरे खिलाफ झूठी FIR दर्ज की गई है. सरकार के दवाब में आकर EOW काम कर रही है. विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पहली बार जब मैं विधायक बना था, तब भी 6 FIR हुई थीं. अदालत ने सब खारिज की थी.
ये भी पढ़ें: ‘केवल हिंदू बंधुओं के…’, Bhopal के चौराहे पर लगा नौकरी का ऐसा पोस्टर, हर ओर हो रही चर्चा
कटारे ने कहा कि जिस मामले में FIR की गई वो साल 2004 का है तब मैं स्टूडेंट था. मैंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए इसलिए FIR दर्ज हुई. उन्होंने ये भी कहा कि 70 साल की मेरी विधवा मां पर भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर दिया गया है. 21 साल बाद क्यों FIR दर्ज की गई. FIR से डरूंगा नहीं दोगुनी ताकत से भ्रष्टाचार के मामले उठाऊंगा.
कौन हैं हेमंत कटारे?
हेमंत कटारे भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. साल 2017 में अटेर विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. इसके बाद साल 2023 में भी इसी सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उपनेता प्रतिपक्ष बनाया है. हेमंत के पिता सत्यदेव कटारे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे. सत्यदेव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे थे.
