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Fake PhonePe के माध्यम से रीवा में ऑनलाइन फ्रॉड, जानिए ठग ने ठगी को कैसे दिया अंजाम

A case of fraud has come to light in a jewelery shop in Rewa.

रीवा के ज्वेलरी शॉप में ठगी का मामला सामने आया है.

Rewa News: पूरे मध्य प्रदेश के साथ-साथ रीवा जिले में भी लगातार ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इसी तरह एक ताजा मामला रीवा में देखने को सामने आया है जी हां आपको बता दे कि शहर के चौराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत मैदानी में एक गीतांजलि ज्वेलर्स के नाम से दुकान संचालित होती है. जहां पर आज सुबह एक ही ग्राहक गया और कान की बाली खरीदी और पैसे ऑनलाइन करने के नाम पर उसका स्कैनर ना लेकर उसके नंबर पर ट्रांसफर किया. लेकिन पैसा दुकान संचालक के अकाउंट पर नहीं पहुंचा उसके बाद दुकान संचालक ने  थाने में जाकर इस बात की शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर रही है. वहीं दुकान संचालक ने बताया कि उक्त युवक के द्वारा ऐसी ही एक घटना देखा स्थित ज्वेलर्स की दुकान में भी कर चुका है.

आनलाइन ठगी के चर्चित फार्मूले

बिजली बिल जमा करने के नाम पर

लक्की ड्रा के नाम पर

ट्रैफिक चलान जमा करने के नाम पर

बैंक अफसर बनकर अकाउंट बंद होने की बात कह अपडेट करने के नाम पर

बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करने के नाम पर

एटीएम कार्ड लैप्स होने का झांसा देकर

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ऐसे करें बचाव

फोन पर किसी को भी अपने अकाउंट की जानकारी गलती से भी न दें. अनजान व्यक्ति को कभी भी ओटीपी न बताएं. कोई भी बैंक अधिकारी आपसे ओटीटी नहीं मांगता है. ध्यान रखिए यदि किसी से पैसे लेना हो तो ओटीपी की जरूरत नहीं होती है. ओटीपी तब चाहिए जब आपको पैसे देने होते हैं. फ्रॉड करने वाले इसकी मदद से बड़ी रकम अकाउंट से गायब कर देते हैं.

ठग लोगों के पास लिंक भेजते हैं उसे क्लिक करने पर जो पेज खुलता है वह ठगों द्वारा बनाया गया होता है. इसमें लोग अपने अकाउंट की जानकारी साझा करते हैं और इसकी मदद से लोगों के खाते खाली हो जाते हैं. अनजान व्यक्ति से निजी जानकारी साझा न करें.

हेल्पलाइन नंबर पर करे शिकायत

आपको सबसे पहले अपने साथ हुई ठगी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 या 155260 पर करनी चाहिए. इस हेल्पलाइन पर फोन करने के बाद वो आपसे आपकी लोकेशन और अन्य जानकारियां मांगते हैं, जिसके बाद आपकी शिकायत दर्ज करके उस पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. हालांकि पूरे देश में एक ही हेल्पलाइन नंबर 1930 होने के कारण ये नंबर काफी वयस्त होने की शिकायतें आती रहती हैं. इसलिए आप इस नंबर पर बार-बार फोन करते रहें और किसी दूसरे नंबर से भी इसे मिलाने की कोशिश करते रहें. जानकार मानते हैं कि सरकार को इस तरह के अपराधों को देखते हुए और कई हेल्पलाइन नंबर शुरू करने चाहिए ताकि लोगों की शिकायत जल्द से जल्द रिपोर्ट हो सकें.

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