MP News: राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के खजाने में सेंध लगाने वाले आरोपी पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा खंगालने के लिए पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम राजपूत को साथ लेकर ग्वालियर पहुंच गई है. यहां एसआईटी ने राजपूत की निमार्णाधीन प्रॉपर्टी के बारे विवेचना की और राजपूत से इससे संबंधित जानकारी ली.
एसआईटी, राजपूत की उपस्थिती में ही उसकी चल अचल संपत्ति की पूर्व में एकत्रित जानकारी को वेरिफाई कर रही. साथ ही पूछताछ में सामने आ रहे अन्य एंगल भी खंगाल रही है. इसी क्रम में एसआईटी राजपूत को ग्वालियर लेकर गई थी. बता दें कि राजपूत विगत 5 सितंबर से पुलिस रिमांड पर हैं. उसकी रिमांड 10 सितंबर को समाप्त होनी है. इसलिए पुलिस 10 तारीख तक राजपूत से ज्यादा से ज्यादा जानकारी निकलवाना चाहती है. इधर, एसआईटी और ईडी घोटाले के अन्य आरोपी पूर्व फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा, पूर्व कुलपति सुनील कुमार सहित अन्य की चल अचल संपत्ति की भी तफ्तीश कर रही है, ताकि विवि से गबन किए गए लगभग 20 करोड़ रुपए की रिकवरी हो सके.
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SIT ढूंढ रही है घोटाले के सुराग
इस दौरान एसआईटी यह जानने की कोशिश कर रही है कि राजपूत और अन्य आरोपियों द्वारा बताई जा रही थ्योरी में कितनी सच्चाई है. इन सबकी पूरे घटनाक्रम में क्या भूमिका रही है. इसके लिए पुलिस दस्तावेजों और बयानों को क्रॉस वेरिफाइ कर रही है. राजपूत और अन्य आरोपियों के बयानों की सत्यतता जानने के लिए एसआईटी 6 सितंबर को राजपूत को लेकर विवि गई थी. जहां राजपूत के सामने ही अकाउंटस विभाग के अधिकारियों और इंवेस्मेंट के लिए बनाई गई सुझाव कमेटी से पूछताछ की.
ग्वालियर में राजपूत की है बड़ी प्रॉपर्टी
सूत्रों के मुताबिक ग्वालियर में राजपूत की एक बड़ी प्रॉपर्टी है, जो निर्माणाधीन है. यह प्रॉपर्टी प्राईम एरिया में है और इसकी कीमत करोड़ों में है. इसमें कई कमरे और दुकानें भी निकाली गई हैं. सूत्र बताते हैं कि यह प्रॉपर्टी राजपूत की पत्नी के नाम है. इसके अलावा भी राजपूत की अन्य चल अचल संपत्ति है, जिनका ब्यौरा पुलिस खंगाल रही है.