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MP News: बैतूल में पहली बार पीएम श्री एयर एंबुलेंस से मरीज को किया गया एयरलिफ्ट, दुर्घटना में टूट गई थी रीढ़ की हड्डी

A patient admitted in Betul District Hospital was taken to Bhopal by air ambulance that came from Bhopal at 11 am.

बैतूल जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज को सुबह 11 बजे भोपाल से आई एयर एम्बुलेंस द्वारा भोपाल ले जाया गया.

शंकर राय-

MP News: CM डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रदेश में पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है, जिसका लाभ बुधवार को बैतूल को भी मिला जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज को सुबह 11 बजे भोपाल से आई एयर एम्बुलेंस द्वारा भोपाल ले जाया गया है. इस एयर एम्बुलेंस से आपातकालीन चिकित्सा द्वारा मरीजों को सीधा अस्पताल तक एयर लिफ्ट किया जाता है. योजना शुरू होने के बाद बैतूल जिले का यह पहला मामला है.

दुर्घटना में टूट गई थी रीढ़ की हड्डी

बैतूल के जिला अस्पताल में भर्ती शेकलाल हर्ले निवासी चकोरा पट्टन जिसकी रीढ़ की हड्डी एक दुर्घटना में टूट गई थी. इस मरीज को एयर लिफ्ट करने पुलिस ग्राउंड में सुबह 11 बजे पवन हंस कंपनी की एयर एंबुलेंस हेलीकॉप्टर उतरा जिसे देखने बड़ी तादाद में लोग पन्हुचे लोगो में कौतूहल था की किसी मरीज को किस तरह एयर लिफ्ट किया जाता जिसे देखने लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गई थी.

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आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का फ्री में होगा इलाज

जिला अस्पताल के सीएचएमओ रविकांत उईके ने बताया की मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है. की गरीबों को भी आपातकालीन स्थिति में गंभीर बीमारियों में मरीजों को त्वरित उपचार के लिए बड़े मेडिकल कालेज अस्पतालों में भेजा जा सके. एयर एंबुलेंस से एक घंटे के भीतर मरीज को अस्पताल पंहुचाया जा सकता है, जिससे इनका इलाज हो सके. इस योजना में आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का फ्री इलाज होगा. इन मरीजों को फ्री एयर एंबुलेंस सेवा भी मिलेगी गरीबी रेखा वालों को भी राज्य में सुविधा मिल सकेगा इस एयर एंबुलेंस से सिर्फ मरीज को ही एयरलिफ्ट किया जाएगा. मरीज के परिजनों को पहले ही एंबुलेंस द्वारा अस्पताल में सड़क मार्ग से भेजा जाएगा.

सिर्फ 45 मिनट में पहुंच गए भोपाल

एयर एंबुलेंस के कर्नल एस के सिंह ने बताया की एयर एंबुलेंस भोपाल से बैतूल आने में सिर्फ 45 मिनट का समय लगा है. एंबुलेंस में पूरी डॉक्टर की टीम है मरीज आराम से लेटा कर ले जाया जाता है. अभी प्रदेश में 16 से ज्यादा मरीजों को एयर लिफ्ट किया गया है बड़े शहरों में तो प्लेन की व्यवस्था होती है. लेकिन छोटी जगहों पर हेलीपेड होना जरूरी है जहां से मरीजों को आसानी से एयर लिफ्ट किया जा सकता है .

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