MP News: मध्य प्रदेश में नेताओं द्वारा दल बदलने का सिलसिला जोरों पर है. ऐसा नहीं है कि ये परंपरा कोई नई है. दल बदलने का दौर आज से नहीं लंबे समय से चला आ रहा है. अब आगामी चुनाव से पहले ये सिलसिला ग्वालियर चंबल अंचल में शुरू हो चुका है.
पिछले एक महीने की बात की जाए तो पिछले एक माह में कांग्रेस के 300 से अधिक बड़े नेता और कार्यकर्ता कमल का दामन थाम चुके हैं. विधानसभा में दिग्गजों की करारी हार के बाद अब कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता सिंधिया को अपना नेता मानकर दूसरी नाव में बैठकर राजनीति की नैया पार करने में जुटे हैं, जिसके चलते ये सिलसिला अभी जारी रहेगा.
कौन-कौन बीजेपी में हुए शामिल
मुरैना विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक राकेश मावई और शिवपुरी के पूर्व जनपद अध्यक्ष पारस सिंह रावत ने बीजेपी का दामन थामा था. पूर्व विधायक राकेश मावई ने अपने 243 समर्थक नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी का दामन थामा था. मुरैना की महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संजू शर्मा, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष हसनैन खान, बानमोर ब्लॉक के सभी मंडल अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष बीजेपी में शामिल हुए.
वहीं ग्वालियर से पांच बार के कांग्रेस पार्षद और पार्टी के कई पदों पर पीआर रहे आनंद शर्मा अपने समर्थकों के साथ सिंधिया के समक्ष बीजेपी में शामिल हुए थे. जिससे कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा था. वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले सुमेर सिंह गड़ और उनके बेटे धनंजय सिंह ने कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था.
कांग्रेस के दिग्गज होंगे बीजेपी में शामिल
अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली पूर्व मंत्री इमरती देवी ने 10 हजार कांग्रेसियों के बीजेपी में शामिल होने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई दिग्गज बीजेपी के संपर्क में हैं. जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे. साथ ही पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी में दम है, कांग्रेस में कुछ नहीं बचा है तो इसलिए वह क्यों रहेंगे. डबरा में 10 हजार कांग्रेसी मेरे साथ हैं. जब महाराज सिंधिया वहां दौरा करेंगे तो एक साथ सब बीजेपी में शामिल होंगे.
वहीं कांग्रेस ने ऐसे नेताओं को दबाव में शामिल कराने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आर पी सिंह का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस नेताओं को ईडी, सीबीआई, पुलिस समेत अन्य माध्यम से दबाव डालकर उनको अपने पक्ष में करा रही है.
लोकसभा चुनाव पर फोकस
बता दें कि लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में कांग्रेस ग्वालियर चंबल अंचल में बड़ी बैठकें कर पार्टी को फिर से मजबूत करने में जा रही है. लेकिन इसका असर ग्वालियर अंचल में उलटा ही दिख रहा है.
इस अंचल में पार्टी मजबूत होने के बजाए बिखरती नजर आ रही है. पार्टी के तमाम दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जा रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को बीजेपी में जाने का सिलसिला लगातार जारी है.