जबलपुर: मध्य प्रदेश में प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज के मापदंडों पर तो हमेशा से सवाल उठाते हैं लेकिन आपको इस बात को जानकार हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश के सरकारी नर्सिंग कॉलेज भी मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल के द्वारा तय की गई गाइडलाइंस को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. सीबीआई ने हाल ही में मध्य प्रदेश के तमाम नर्सिंग कॉलेज की जब जांच पड़ताल की तो सरकारी नर्सिंग कॉलेज भी सीबीआई की जांच के दायरे में आए और सीबीआई ने जो रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की है उसमें प्रदेश के आठ सरकारी नर्सिंग कॉलेज को सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में मापदडों को पूरा न कर पाने वाले कॉलेज की सूची में रखा है.
ये हैं आठ सरकारी नर्सिंग कॉलेज
इस सूची में गवर्नमेंट स्कूल आफ नर्सिंग हमीदिया भोपाल, गवर्नमेंट कॉलेज नर्सिंग अनूपपुर, गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज ग्वालियर, गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज सतना,गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज जबलपुर, गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज सागर और गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज दतिया के साथ गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज मंदसौर शामिल है. और इन सरकारी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की भी परीक्षाएं फिलहाल नहीं हो सकेंगी.
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शासकीय नर्सिंग कॉलेज के मापदंडों को पूरा करना सरकार का काम: कुल सचिव
अब इस पूरे मामले पर मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुल सचिव का कहना है कि ”शासकीय नर्सिंग कॉलेज के मापदंडों को पूरा करना सरकार का काम है सभी नर्सिंग कॉलेज में कुछ ना कुछ कमियां जरूर है सबसे ज्यादा कमियां शिक्षकों की है अब जब भी यह सरकारी कॉलेज अपनी कमियों को पूरा कर लेंगे तो उनके छात्र-छात्राओं की परीक्षा भी हो सकेगी.”
700 छात्र-छात्राओं के बीच सिर्फ पांच प्रोफेसर
वही जब हमारी टीम नेताजी सुभाष चंद्र बोस नर्सिंग कॉलेज जबलपुर पहुंची, तो नर्सिंग कॉलेज के शिक्षकों ने हमें कैमरा चलाने से मना कर दिया. लेकिन बातों में उन्होंने भी यह कहा कि 700 छात्र-छात्राओं के बीच महज पांच प्रोफेसर ही इस कॉलेज में पदस्थ हैं वही पूरी बिल्डिंग जर्जर नजर आ रही है बिल्डिंग नर्सिंग कॉलेज के लिए तय किए गए मापदंडों को पूरा नहीं करती है.