Gwalior News: ग्वालियर के जनकगंज थाने में फल का ठेला लगाने वाले को चोरी के शक में थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया. पुलिस वालों ने उसे हाथ-पैर बांधकर बेल्ट से पीटा है. तीन दिन उसके साथ मारपीट की गई. व्यापारी की हालत बिगड़ने पर परिजन थाने में जमा हो गए, इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिजन का कहना है कि पुलिसकर्मी चोरी का झूठा आरोप लगा रहे हैं. जिस पर हवलदार शैलेंद्र दीक्षित, आरक्षक मुरारी और बनवारी शर्मा को निलंबित कर दिया.
चोरी के इल्जाम में पुलिस ने पकड़ा था
पुलिस ने गोलपहाड़िया निवासी अवधेश खटीक को चोरी के संदेह में पकड़ा था. अवधेश खटीक जयारोग्य अस्पताल में भर्ती है. परिजनों का कहना है कि तीन दिन पहले चार पुलिसवाले उसे पकड़कर ले गए. किसी चोरी के बारे में पूछताछ की, जिसके बाद जनकगंज थाने के हवालात में बंद कर पीटा गया अवधेश के होंठ सूजे हुए हैं.
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परिजन का कहना है कि अगर पुलिस के पास चोरी के मामले में कबाड़ी का माल बेचने का बयान दिया गया था तो अवधेश खटीक की तीन दिन में भी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई. जब तीन दिन हो गए और पुलिस ने अवधेश की न तो गिरफ्तारी दिखाई, न ही मिलने दिया, इस पर परिजन घबरा गए वे एसपी से मिले. एसपी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दिए. इसी बीच पुलिस के वाहन से अवधेश को अस्पताल पहुंचाया गया. एसपी धर्मवीर सिंह का कहना है कि जांच के आदेश दिए हैं.