Gwalior News: ग्वालियर में नगर निगम की महिला सफाई कर्मी को छुट्टी देने के बदले रिश्वत मांगते हुए नगर निगम के WHO को लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथ पकड़ा है. महिला सफाई कर्मी से WHO द्वारा ₹2000 रिश्वत की मांग की गई थी और जैसे ही महिला सफाई कर्मी ने रिश्वत के रुपए उसे दिए वैसे ही लोकायुक्त टीम द्वारा उसे धर दबोच लिया गया.
वार्ड दरोगा मांगता था रिश्वत
दरअसल, ग्वालियर नगर निगम के वार्ड क्रमांक 32 में काम करने वाली महिला सफाई कर्मचारी काजल वाल्मीकि पिछले कई दिनों से अपने वार्ड दरोगा अनूप पारदे से परेशान चल रही थी. काजल बाल्मीकि का कहना है कि उन्हें नगर निगम से 7000 रुपये का मासिक वेतन मिलता है. अगर छुट्टी की जरूरत होती है तो वार्ड दरोगा द्वारा प्रत्येक छुट्टी के 500 रुपये की रिश्वत मांगी जाती है उसके बाद ही उसके वेतन का बिल पास होता है, लोकायुक्त पुलिस को की थी और लोकायुक्त टीम द्वारा उन्हें टेप रिकॉर्डर दिया गया था जिसमें वार्ड दरोगा द्वारा रिश्वत मांगने की आवाज रिकॉर्ड कर उन्होंने लोकायुक्त टीम को दी थी.
लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा
28 मई को भी सफाई करने के बाद में जीड़ीए स्थित नगर निगम के वार्ड ऑफिस पहुंची थी. जैसे ही हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत के बाद घर जाने के लिए निकली तो वार्ड दरोगा द्वारा बुलाकर उनसे रुपए मांगे गए. उन्होंने लोकायुक्त द्वारा उपलब्ध कराए गए ₹2000 जैसे ही उसके हाथ पर रखें. वैसे ही पहले से तैयार लोकायुक्त की टीम मौके पर पहुंची. वार्ड दरोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा गया. लोकायुक्त डीएसपी राघवेंद्र ऋषिश्वर के नेतृत्व में यह पूरी कार्रवाई हुई.