MP News: आगरा से पुणे जा रही एक महिला को गोवा एक्सप्रेस में ही हार्ट अटैक आ गया. आसपास बैठे यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन में चल रहे टीटी को दी. उन्होंने इसकी सूचना ग्वालियर स्टेशन प्रबन्धन को दी. बीमार महिला के पति स्टेशन पर डेढ़ घण्टे एम्बुलेंस का इंतज़ार करते लेकिंन जब वह नही आई तो वे निजी एम्बुलेंस से लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन ज्यादा समय बीत जाने से उनकी मौत हो गई. यह पहला मामला नही है जब एम्बुलेंस की देरी से यात्री की मौत हुई हो, एक साल में यह तीसरा मामला है.
घटना बीती देर रात की है. बताया गया कि एक महिला यात्री 66 साल की विजया भारती अपने पति के साथ आगरा से पुणे के लिए ए 1 कोच के 7 नम्बर सीट पर सवार हुईं थी. मुरैना स्टेशन निकलते ही उन्हें सीने में तेज दर्द शुरू हुआ. उनकी तबियत जब ज्यादा बिगड़ने लगी तो पति राजवीर सिंह और अन्य यात्रियों ने इसकी सूचना टीटी और अन्य ट्रेन स्टाफ को दी. स्टाफ ने भी तत्काल बायरलेस से ग्वालियर स्टेशन के डिप्टी एसएस को अवगत कराया.
108 पर कई बार कॉल के बाद भी नहीं मिला कोई जवाब
ट्रेन ग्वालियर स्टेशन पर रुकी तो स्टाफ ने फटाफट बीमार महिला को स्टेशन पर उतारा और इससे पहले ही डिप्टी एसएस दिनेश सिंह सिकरवार ने 108 पर कई बार कॉल किया. बताया गया कि वहां से सिर्फ यह कहा जाता रहा कि धैर्य बनाये रखें बात कराई जा रही है लेकिन लगभग चालीस मिनट बीतने के बाद भी जब एम्बुलेंस नही आई और महिला की बिगड़ती हालत को देखते हुए प्राइवेट एम्बुलेंस बुलवाकर उन्हें अस्पताल रवाना किया गया, लेकिन समय ज्यादा बीत जाने के कारण महिला की अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गई. खास बात ये कि सरकारी एम्बुलेंस महिला की मौत के बाद स्टेशन पर पहुंची.
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एम्बुलेंस की देरी की वजह से तीसरी मौत
ग्वालियर स्टेशन पर एम्बुलेंस देर से पहुंचने के कारण बीते कुछ महीनों में एक वाइस चांसलर सहित ये तीसरी मौत हुई है. बीते रोज पड़ाव के पास एक यात्री का ट्रैन की चपेट में आने से एक पैर कट गया था तब भी वह वहां पड़ा रहा एम्बुलेंस आधा घण्टे बाद आई तब तक अधिक खून बहने से उसकी हालत बिगड़ गई थी. शहरी क्षेत्र में 108 एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम 18 मिनट तय है जबकि बीती रात यह 50 मिनिट देरी से पहुंची और तब तक मरीज दम तोड़ चुका था.