Gwalior: एमपी के ग्वालियर से ठगी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मामले को सुनकर हर किसी के होश उड़ गए अब पीड़ित पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है. ग्वालियर के कैलाश विहार में रहने वाले विजय कुमार शर्मा एक MPEB के रिटायर्ड इंजीनियर है वह फेसबुक पर एक विदेशी लड़की से दोस्ती करके उसकी बातों मे फसते चले गए. और ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में 50 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो गए. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.
सोशल मीडिया के जरिए हुई दोस्ती
विजय कुमार शर्मा छत्तीसगढ़ में एमपीईबी में इंजीनियर थे. लेकिन रिटायर होने के बाद वह ग्वालियर में रह रहे हैं. उन्होनें बताया कि सोशल मीडिया के जरिए रिटायर्ड इंजीनियर विजय कुमार की बात डॉक्टर लौरा एल्विस नाम की लड़की से हुई थी. फिर वह बातचीत दोस्ती में बदल गई.
जब विजय को लड़की की बातों पर भरोसा होने लगा तो ठगी करने वाली लौरा एल्विस ने फेसबुक पर चैटिंग के दौरान विजय को झांसे में लेने की कोशिश करने लगी. लड़की ने विजय को बताया कि वो इंग्लैंड में एक फार्मा कंपनी में काम करती है. कंपनी मोटापा कम करने की दवाई तैयार करती है. लौरा एल्विस ने विजय से कहा कि ”मोटापा कम करने की दवाई को तैयार करने में एक हर्बल प्रोडक्ट मिलाया जाता है, जो भारत समेत कुछ अन्य देशों में मिलता है। इसकी सप्लाई उनकी कंपनी को एक सप्लायर इंडिया में करता था, लेकिन उसकी डेथ हो गई है. इसलिए अभी नया सप्लायर ढूंढ़ रहे हैं.”
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कंपनी का सप्लायर बनने का दिया ऑफर
युवती ने विजय से कहा कि ज्यादा लाभ कमना है तो आप इस कंपनी में सप्लायर बन सकते हैं. इसके साथ ही लड़की ने विजय को इस काम में मदद करने का भरोसा भी दिया. लौरा ने कहा जो रॉ मटेरियल कंपनी को चाहिए, वो हैदराबाद में मिलता है. पहले उसका सैंपल भेजना होगा. फिर कंपनी का एक आदमी भारत आकर देखेगा. पास हो जाने के बाद सप्लाई का काम विजय को दे दिया जाएगा.
बातोंं ही बातों मे कर दिया 50 लाख का ट्रांजेक्शन
लड़की की बातों में आकर पहले विजय ने आठ लाख रुपए के सैंपल खरीदे. सैंपलों को दिल्ली में महिला द्वारा बताए गए व्यक्ति ने पास कर दिया. इसके बाद लॉरा एल्विस के कहने पर 40 और सैंपल विजय ने खरीदे. इसी तरह महिला के कहने पर रिटायर्ड इंजीनियर ने तकरीबन 50 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन कर दिया, लेकिन इस बार कंपनी की तरफ से न तो कोई ऑर्डर मिला और न कोई रिप्लाई आया. तब विजय को पता चला कि ठगी हुई है.
वहीं इस मामले पर क्राइम ब्रांच SP का कहना है कि यह ऑर्गेनाइज्ड क्राइम है. रिटायर्ड इंजीनियर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है. अब पुलिस पूरे मामले में कार्रवाई कर रही है.