Weather Update: मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है. शहर का तापमान 47 डिग्री तक जा रहा है. ऐसे में इंसान तो क्या मशीन भी फेल हो रही हैं. इस भीषण गर्मी में अगर 1 मिनट को बत्ती गुल हो जाए तो लोग बेहाल हो रहे हैं. यह सोचने वाली बात है कि अगर आपका ट्रांसफार्मर खराब हो जाए तो क्या स्थिति बनेगी. यही चिंता बिजली विभाग को भी सता रही है इसलिए ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर कहीं गर्म होकर खराब ना हो जाए इसलिए बिजली विभाग ट्रांसफार्मर को कूलर की ठंडी हवा से ठंडा रखने की कवायत कर रहा है.
ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्याएं बढ़ीं
ऐसे में कई जगह ट्रांसफार्मर खराब होने या जलने जैसी घटनाएं भी हो रही हैं. इसकी वजह से हो रहे नुकसान और लोगों को मेंटेनेंस की वजह से होने वाली सुविधा से बचने के लिए इस भीषण गर्मी में बिजली विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है. ग्वालियर के कई चाक चौराहों और 33/11 केवी उपकेंद्रों पर लगे बड़े-बड़े ट्रांसफॉमर्स को कूलर की ठंडी हवा से बचने का प्रयास किया जा रहा है जिससे कि वह ठंडा रह सकें और ओवरलोड और ओवर हीटिंग से खराब होने से बचाया जा सके.
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कूलर को मेंटेन करने के लिए लगी कर्मचारियों की ड्यूटी
मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के सिटी सेंटर स्थित 33/11 केवी उपकेंद्र स्टेडियम में एक बड़े ट्रांसफार्मर पर एक नहीं बल्कि दो कूलर रखे गए थे जिनमें निरंतर पानी का प्रवाह जारी था. जिससे कि भीषण गर्मी में कूलर का पानी खत्म ना हो जाए और ट्रांसफार्मर ठंडा ना रह सके जिसके लिए बाकायदा उपकेंद्र पर मौजूद कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है जो इन कूलरों का मेंटेनेंस कर रहे हैं.
कर्मचारियों के मुताबिक इन दिनों उपकेंद्र पर लगे बड़े ट्रांसफार्मर्स का तापमान 75 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. अब इससे अधिक होने पर यह ट्रांसफार्मर क्रैश हो सकते हैं इसलिए कंपनी द्वारा इन ट्रांसफॉर्मर का तापमान नियंत्रित रखने के लिए कूलर लगाए गए हैं क्योंकि ऐसा न करने पर कई जगह वेयरिंग शॉर्ट या आग लगने जैसी घटनाएं होने की संभावना बढ़ जाती है.