Cyber Crime in Gwalior: ग्वालियर जिले के मुरार की रहने वाली शिक्षिका आशा भटनागर से हुई 51 लाख रुपये की ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच ने चार और आरोपियों को पकड़ा है. ये चारों राजस्थान के रहने वाले हैं और चारों एजेंट हैं. छात्रों को कमीशन का लालच देकर किराये पर खाता लेते थे. इसी में ठगी की रकम आती थी. ठगी की रकम निकालकर छात्रों को कमीशन देते थे. चारों आरोपियों से अभी और पूछताछ चल रही है.
यह है पूरा मामला
बता दें कि, मार्च माह में शिक्षिका आशा भटनागर को डिजिटली अरेस्ट कर एफडी तुड़वाकर 51 लाख रुपये की ठगी कर ली गई थी. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने भिलाई से मुख्य आरोपी कुणाल जायसवाल को पकड़ा था. इसके बाद श्रीनगर और गुजरात से तीन और आरोपी पकड़े गए.
छात्रों के किराए में लिए गए बैंक अकाउंट
ग्वालियर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की टीम ने जब जांच की तो सामने आया कि राजस्थान के कुछ लोगों के खाते किराये पर लिए गए. जब टीम इन तक पहुंची तो सामने आया कि अधिकांश खाते छात्रों के हैं. इनके बैंक खाते किराये पर लिए गए. इसमें पूरा पैसा गया. फिर यह पैसा आगे ट्रांसफर हुआ.
पुलिस ने इस मामले में प्रदीप पुत्र कैलाश राम विश्नोई उम्र 18 साल निवासी ग्राम जालूवाला, जैसलमेर, सुनील पुत्र शंकरलाल विश्नोई निवासी जालूवाला जैसलमेर, मणिशंकर पुत्र सुधाकर विश्नोई निवासी जालूवाला जैसलमेर और विकास पुत्र सोहनराम विश्नोई निवासी ग्राम समरऊ, जोधपुरी को गिरफ्तार किया है.