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MP News: भरी दोपहर में मानव कल्याण के लिए तपस्या कर रहे बाबा मंगलदास, पूरी कहानी जानकार रह जाएंगे हैरान

Babaji is doing this difficult penance which is known as Hat Yoga for human welfare and nature conservation.

यह कठिन तपस्या जिसे हट योग के नाम से जाना जाता है बाबाजी इसे मानव कल्याण और प्रकृति संरक्षण के लिए कर रहे हैं. 

Baba Mangal das: देश भर में गर्मी अपने तेवर दिखा रही है, अलग अलग शहरों में गर्मी 42 से 47 डिग्री तापमान के बीच अपना कहर ढा रही है. भीषण गर्मी के चलते लोगों ने दोपहर के समय घर अपने संस्थानों से बाहर निकलना बंद कर दिया है.  भरी दोपहर में 47 से 48 डिग्री तापमान में बाबा मंगलदास जी त्यागी मानव कल्याण और प्रकृति संरक्षण के लिए ऐसा योग साधना कर रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जायेंगे.

बसंत पंचमी से गंगा दशहरे तक करेंगे तपस्या

नर्मदा और तवा नदी के संगम स्थल बांद्राभान में बने एक आश्रम में बाबा मंगल दास त्यागी की बसंत पंचमी से गंगा दशहरे तक तपस्या चल रही है. तपस्या ऐसी जिसे देख विश्वास करना मुश्किल, बाबा मंगलदास जी भीषण गर्मी की भरी में अपनी तपस्या पर बैठते हैं, जिसमे पूजन के बाद बाबा अपने चारों ओर आग लगा कर आग से भरा एक खप्पर सिर पर रख लेते है वह भी भरी दोपहर की तेज धूप में, बाबा जी की यह साधना पूरी गर्मी चलती रहेगी.

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48 डिग्री तापमान पर भी कर रहे साधना

बाबा मंगलदास जी त्यागी वैष्णव संप्रदाय के दिगंबर अखाड़े के संत है. यह दोपहर के ठीक 2 बजे जब सूर्य सीधे सिर पर रहता है. तब भी बाबा तपस्या करते रहते हैं. जहां एक तरफ चिलचिलाती धूप में करीबन 48 डिग्री तापमान पहुंत जाता है. वहीं बाबा भरी दोपहरी में तपस्या करते रहते है. इस भीषण गर्मी और धूप में बाबा मंगलदास जी तपस्या पर बैठने की तैयारी कर पूजन करते हैं.पूजन के बाद बाबा के चारों और गोल घेरे में रखे गोबर के कंडो में आग लगाई जाएगी साथ ही यही आग से भरे एक खप्पर को बाबा सिर पर भी रख लेंते हैं.

प्रकृति संरक्षण के लिए कर रहे हट योग

बता दें कि यह कठिन तपस्या जिसे हट योग के नाम से जाना जाता है बाबा इसे मानव कल्याण और प्रकृति संरक्षण के लिए कर रहे हैं. तपस्या के लिए बाबाजी अपने गोल घेरे में रखे कंडो आग लगाते हैं, आग जलते ही चारों और से तेज धुआं उठने के बाद बाबा इस खप्पर को अपने सिर पर रख लेते है.

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