MP News: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुरुवार 2 मई को पूर्व कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को लेकर एक विवादित बयान दिया था. जिसके बाद सियासत गर्मा गई थी. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगह जगह विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया था. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा कि यह केवल इनके बोल नहीं, बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी की मानसिकता है. पूरे मामले पर जीतू पटवारी ने मांफी मांग ली है. अब इस बयान पर इमरती देवी की प्रतिक्रिया सामने आयी है.
ऐसे नेताओं को शर्म आनी चाहिए
इमरती देवी ने पूरे मामले पर कहा कि हमें अधिकार बाबा साहब के संविधान ने दिया है, कि महिलाएं बाहर निकले और कार्य करें. कांग्रेस में चाहे दिग्विजय सिंह हों कमलनाथ हों या जीतू पटवारी हों यह सभी महिलाओं के बारे में ऐसा ही बोलते हैं, इन्हें शर्म आनी चाहिए.
यह है पूरा मामला
2 मई को मीडिया से बात करते हुए पटवारी ने पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ‘देखो ऐसा है इमरती जी का अब रस खत्म हो गया, अंदर जो चासनी होती है.’ अब पटवारी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर सफाई पेश की.
जीतू पटवारी ने विवादित बयान पर मांगी थी माफी
जीतू पटवारी ने विवादित बयान के एक दिन बाद यानी 3 मई शुक्रवार को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा- ‘मेरे एक बयान को तोड़मरोड़ कर, गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया जा रहा है. मेरी मंशा सिर्फ सवाल के जवाब को टालने की थी. इमरती जी मेरी बड़ी बहन जैसी हैं और बड़ी बहन मां के समान होती है. यदि फिर भी किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं.’