MP News: कहा जाता है कि किसी को दोस्त बनाने से पहले उसे पहले अच्छे से जानना जरूरी है. यदि आपकी शोहबत खराब है तो कभी भी आप किसी षड्यंत्र या अपराध में फंस सकते हैं. कुछ ऐसा ही मामला ग्वालियर में सामने आया है, जिसमें एक युवक के दोस्त ने ही अपने कुछ दोस्तों को अपराध करने के लिए उकसाया. एक अन्य दोस्त से करीब पौने तीन लाख रुपए जबरन ट्रांसफर करा दिए.
क्या है पूरा मामला?
शहर के रहने वाले यश गोस्वामी ने अपने दोस्तों पोसू किरार , सोनू किरार और एक अन्य युवक के साथ मिलकर अपने तीसरे दोस्त को लूटने की योजना बनाई थी. इसके तहत उसने पोसू और सोनू को बताया था कि उसका दोस्त अमीर है. उसे क्राइम ब्रांच का पुलिस कर्मचारी बनाकर धमकाया जाए तो वो पैसा दे सकता है. योजना सुन सभी लोग तैयार हो गए. उन्होंने योजना बनाई और फिर यश गोस्वामी अपने शिकार दोस्त को लेकर घूमने निकला.
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रास्ते में चार बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और खुद को क्राइम ब्रांच का कर्मचारी बताया. उन्होंने यश और उसके दोस्त को धमकाया कि वह दोनों क्रिप्टोकरंसी का काम करते हैं और मनी लॉन्ड्रिंग में भी उनका नाम सामने आया है. यह सुनकर यश का दोस्त घबरा गया. उस पर बीस हजार रुपये नकद थे. जो उसने तुरंत बदमाशों को एफआईआर (FIR) से बचने के फेर में दे दिए. बाकी ढाई लाख रुपये उसने अपने अकाउंट से ट्रांसफर कर दिए.
युवक कई दिनों तक इस मामले को अपने घर वालों से दबाए रहा. लेकिन जब इन बदमाशों ने युवक को क्राइम ब्रांच के नाम पर दोबारा तलब किया तो उसने अपने पिता को इस घटना के बारे में सारी जानकारी दी. पिता उसे लेकर क्राइम ब्रांच पहुंचे और सारी बात बताई तो पता चला कि क्राइम ब्रांच ने तो इसे बुलाया ही नहीं. वहां इस मामले की शिकायत लेकर जांच शुरू की. इसके बाद पुलिस ने यश गोस्वामी के साथ ही पोसू और सोनू नामक युवकों को भी पकड़ा. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.