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MP News: बंगाल में महिला को दी गई तालिबानी सजा के मामले का एमपी में विरोध तेज, महिलाओं ने गृह मंत्री के नाम दिया ज्ञापन, की ये मांग

Memorandum sent to Home Minister for action against the accused

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए गृह मंत्री के नाम दिया ज्ञापन गया

MP News: इंदौर में कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल में एक महिला को सरेआम पीटने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद से ही पश्चिम बंगाल की लॉ एंड आर्डर व्यवस्था को लेकर के सवाल उठाने शुरू हो गए थे. इसी वायरल वीडियो के विरोध में आज मां अहिल्या मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्टर कार्यालय पहुंची. जहां उन्होंने कलेक्टर आशीष सिंह को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नाम एक ज्ञापन सौंपा.

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वीडियो में महिला के साथ की जा रही बर्बरता

ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं के द्वारा मांग की गई है कि गृहमंत्री इस वीडियो पर संज्ञान ले और पश्चिम बंगाल में बन रहे हालातो पर ठोस कार्रवाई करें. अहिल्या मंच के माला ठाकुर ने बताया कि जिस तरह से वीडियो में महिला के साथ बर्बरता की जा रही है, उसे देखकर दिल दहल उठा है. पश्चिम बंगाल को पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसा बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हम ऐसा होने नही देंगे. गृहमंत्री के नाम ज्ञापन देकर उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की है.

बता दें कि, पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर ज़िले के इस्लामपुर सब-डिवीज़न के चोपड़ा इलाके के एक गांव से रविवार दोपहर बाद एक वीडियो वायरल हुआ. उस वायरल वीडियो में ताजिमूल उर्फ ‘जेसीबी’ नाम का एक शख़्स एक महिला और एक पुरुष को डंडे से बुरी तरह से पीटते हुए देखा जा सकता है. दोनों के लगातार चीखने के बावजूद चारों ओर खड़े लोग तमाशा देख रहे हैं और कोई उनको बचाने सामने नहीं आता है. दरअसल, यह पश्चिम बंगाल में चलने वाली ‘सालिसी सभा’ (कंगारू अदालत) और उस अदालत में लिए गए फ़ैसले का मामला है. पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में स्थानीय स्तर पर ऐसी अदालतें लगती हैं और उनके फ़ैसले को चुनौती भी नहीं दी जाती. ये अदालतें ख़ुद फ़ैसले करती हैं और मौके पर ही सज़ा भी सुनाती हैं.

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