MP News: इंदौर में साइबर अपराधियों ने एक महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर एक लाख ऐंठ लिए. वाॅट्सएप के माध्यम से डिजिटल एरेस्ट करने का यह पहला मामला है. यहीं नहीं अपराधियों ने उसे आरबीआई का फर्जी नोटिस भी जारी कर दिया था. शिकायत आने के बाद क्राइम ब्रांच मामले की जांच शुरू करने के साथ सतर्क रहने की एडवाइजरी जारी कर की है. असिस्टेंट प्रोफेसर के पास फेडेक्स कोरियर के नाम से ऑटो रिकाॅर्डेड कॉल आया, जिसमे कहा गया कि उनके द्वारा ताइवान भेजा गया पार्सल मुंबई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है. पार्सल में एमडीएमए ड्रग्स, पांच फर्जी पासपोर्ट और क्रेडिट कार्ड निकले हैं. इसे गंभीर मामला बताते हुए इसमें गिरफ्तारी होने के बात कही.
आरबीआई का जाली नोटिस भेज कर की ठगी
प्रोफेसर ने पार्सल नही भेजने की बात कहने पर आरोपियों ने खुद को फायनेंस डिपार्टमेंट का बताते हुए से सत्यापन करने का कहकर आधार कार्ड और अन्य जानकारी लेकर फर्जी आधार कार्ड से कई संदिग्ध बैंक खाते लिंक होने और उनमें करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन होने का कहकर आरबीआई का जाली नोटिस भेजा जिसमें डीसीपी (साइबर) मिलिंद भराम्बे, क्राइम ब्रांच कमिश्नर नितिन पाटिल, जार्ज मैथ्यु और पूर्व आइएएस शक्तिकांत दास का नाम लिखा था. इसके बाद जांच और पूछताछ के लिए व्हाट्स एप पर वीडियो काॅल कर बैंक खाते का वेरिफिकेशन करने के नाम पर सरकारी खाते में एक लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए. ठगी की शिकायत प्रोफेसर ने क्राइम ब्रांच को की है. जिन नंबर से प्रोफेसर को कॉल आया था और जिन बैंक अकाउंट में रुपए लिए गए है उनके आधार पर जांच की जा रही है.
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पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया के मुताबिक इंदौर में यह डिजिटल अरेस्ट का सातवां केस सामने आया है. अब तक स्काइप के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट किया जाता रहा है, लेकिन यह व्हाट्स एप वीडियो कॉल के माध्यम से पहला मामला है. अनजान नंबर से आए काल पर स्वयं को कोरियर सर्विस कंपनी का बताने पर भरोसा न करें. मुंबई एयरपोर्ट पर पार्सल में मिले अवैध मादक पदार्थ, निजी दस्तावेज आपके हैं बताने पर विश्वास न करें. अनजान व्यक्ति को बैंक, आधार की निजी जानकारी न दें. डिजिटल या होम अरेस्ट करने पर अनजान व्यक्ति की बातों में न आएं और तुरंत अपने घर के अन्य सदस्यों से जानकारी साझा करें. ठग द्वारा मनी लांड्रिंग या अन्य केस में आपके ट्रांजेक्शन की जांच हेतु पैसे की मांग करने पर कभी पैसे नहीं भेजें. धोखाधड़ी की एनसीआरपी पोर्टल या इंदौर पुलिस द्वारा संचालित साइबर हेल्पलाइन नंबर 7049124445 पर शिकायत करें.