शेख शकील-
MP News: पूरी दुनिया में भारतवासी आजादी का जश्न मनाने के लिए तैयार है. इस महोत्सव को मनाने के लिए लोग नए-नए तरीके अपना रहे हैं. पहाड़ों से लेकर जल की धाराओं तक तिरंगा फहराया जा रहा है. इसी के चलते मध्य प्रदेश के खंडवा में भी एक तैराकी ग्रुप नदी के बीच लहरों पर तिरंगा लहरा कर तिरंगा यात्रा निकलता है. पिछले तीन साल से निकले जाने वाली यह तिरंगा यात्रा इस बार भी बारिश के बीच नदी की लहरों पर तैर कर निकल गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हर घर तिरंगा अभियान चलाने की अपील की है. यह लोग भी इसी अभियान को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं. तैराक समूह लहरों के राजा का मानना है कि तैरने से जहां शरीर चुस्त तो दोस्त रहता है. तो वही लहरों पर इस तरह तिरंगा फहराकर उन्हें गर्व महसूस होता है. बता दें की लहरों के राजा ग्रुप के इस तिरंगा अभियान की तारीफ प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं.
सबसे पहले अमृत महोत्सव पर फहराया गया था तिरंगा
खंडवा के तैराक ग्रुप ‘लहरों के राजा’ ने पानी पर तिरंगा फहराने का अभियान आजादी के अमृत महोत्सव यानी 75 में स्वतंत्रता दिवस पर किया था तभी से यह लोग हर साल नदी के पानी पर तैरते हुए तिरंगा यात्रा निकलते हैं. यह यात्रा 15 अगस्त तक यूं ही हर रोज निकली जाती है. यात्रा में तैराक दल अपने हाथों में तिरंगा लिए तैरते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा निकलते है. तैराक दल के कुछ सदस्य गहरे नदी के बीचोबीच गहराई में उतरकर तिरंगा फहराते है.
कुछ अलग करने की सोच
लहरों के राजा ग्रुप से जुड़े सदस्य से संजय शर्मा ने बताया कि देश में हर घर तिरंगा अभियान चल रहा है. ऐसे में हम सभी सदस्यों के मन में विचार आया कि क्यों न तिरंगे की आन बान शान के लिए कुछ अलग किया जाए. इसलिए हमनें नदी बीच तिरंगा फहराने का काम किया है. हम पिछली तीन सालों से इस तरह तिरंगा यात्रा निकल रहे है. शर्मा ने बताया कि हम लहरों के राजा परिवार के सदस्य नियमित यहां तैराकी करने आते है.
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मोटिवेट करने के लिए निकालते हैं यात्रा
लहरों के राजा परिवार के सदस्य युसूफ राजा ने बताया कि हमें यह विचार तीन-चार साल पहले आया था. तभी से हर 15 अगस्त को हम लोगों को मोटिवेट करने के लिए यह यात्रा निकालते हैं. लोग जब इस यात्रा को देखते हैं तो उनके अंदर भी देशभक्ति का जोश जागृत होता है. बारिश के बीच निकली इस यात्रा को लेकर युसूफ राजा कहते हैं कि हम लोग एक्साइटेड रहते हैं हर बार यात्रा के लिए खासकर बारिश में इस तरह यात्रा में और आनंद आता है. हमारी इस यात्रा में हर साल लोगों के इज़ाफ़ा हो रहा है.
सभी धर्म के लोग होते हैं शामिल
वहीं लहरों के राजा परिवार के एक अन्य सदस्य राजकुमार सिसोदिया ने बताया कि हम हर वर्ष इस यात्रा को निकाल रहे हैं. इस यात्रा में सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं. ताकि एक देश एक राष्ट्र की भावना सभी में जागृत हो. तिरंगे के सम्मान में इस यात्रा को हर धर्म समाज के लोग मिलकर निकालते हैं. हर देश का एक सम्मान होता है. हमारे देश के सम्मान का प्रतीक तिरंगा है. जिसे लोग पहाड़ों से लेकर नदियों तक फहराते हैं. इसी तरह हम भी पानी में तैरते हुए तिरंगा यात्रा निकालते हैं.
3 वर्ष पहले यानी आजादी के अम्रत महोत्सव पर जब खंडवा के तैराक दल लहरों के राजा ने इस तरह पानी पर तैरते हुए तिरंगा यात्रा की शुरुआत की थी. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन केस तिरंगा यात्रा से खुश हुए थे और उसे समय ट्वीट कर इन्हें शुभकामनाएं भी दी थी.