Digital Scam in indore: इंदौर में फिर एक डॉक्टर को डिजिटल हाउस अरेस्ट करने का मामला सामने आया है. नकली सीबीआई अधिकारी बनकर डॉक्टर को हाउस अरेस्ट किया गया. इस दौरान ठगों ने डॉक्टर से 3 लाख रुपए ऐंठ लिए. इसके बाद उसे ठगी का एहसास हुआ. इसकी शिकायत करने वह बैंक भागा तो वहा से उसे पुलिस के पास भेज दिया गया. ठगी की शिकायत डॉक्टर ने क्राइम ब्रांच को की है. इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे कश्यप शाह को हाउस अरेस्ट कर उसके साथ ठगी की वारदात करने का मामला सामने आया है. कश्यप को एक वीडियो कॉल आया जिसमे उसे बताया गया कि उसके नाम से एक पार्सल था जिसमे इलीगल सामान ड्रग्स और पासपोर्ट मिला है. इसकी जाँच के लिए उसे डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है.
CBI का फर्जी लेटर भेजा
इतना ही नहीं कश्यप को सीबीआई और साइबर पुलिस के नाम से लेटर भी भेजे गए थे, जिस पर सीबीआई का लोगो भी लगा हुआ था. इस दौरान पूछताछ में युवक को 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट बता कर कैमरे के सामने बैठाए रखा गया.
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जांच के नाम पर अकाउंट में डलवाए रुपए
उसके अकाउंट की जांच के लिए एक अलग खाते में रुपए डलवाये गए और कहा गया कि जांच के बाद रुपए वापस कर दिए जायेंगे. युवक को जब तक इन लोगों पर शक होता तब तक वह उससे 3 लाख रुपए तक की ठगी कर चुके थे. अपने साथ हुई ठगी की शिकायत कश्यप ने क्राइम ब्रांच में की है. एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने जांच के बाद प्रकरण दर्ज करने की बात कही है.
एजुकेटेड नही अवेयर होने की जरूरत
बता दें कि, इसके पहले भी इंदौर में डॉक्टर दंपति के साथ इसी तरह से डिजिटल अरेस्ट कर साढ़े 8 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया था. उस समय पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की थी, लेकिन वह एडवाइजरी अन्य डॉक्टर्स तक नहीं पहुंची है. ऐसे ठग एजुकेटेड लोगो को टारगेट करते है, क्योंकि ज्यादातर लोग जागरूक नहीं होते है.