MP News: इंदौर स्कीम 54 स्थित पंजाब नेशनल बैंक में तीन दिन पहले 6.64 लाख रुपए के लूट करने वाले बर्खास्त फौजी को क्राइम ब्रांच की टीम ने यूपी के एटा जिले के ग्राम खिराई से गिरफ्तार कर लिया है. वह लूट के बाद बस से आगरा, मैनपुरी होते हुए अपने मामा के घर चला गया था. पुलिस को वह शराब के नशे में धुत होकर मामा के खेत में सोता हुआ मिला. पुलिस को उसके पास से महज 45 हजार रुपये ही मिले, बाकी रुपयों के बारे में बताया कि उसके साथ यूपी में लूट हो गई. बैंक लुटेरा अरुण कुमार सिंह कर्ज और घर के खर्च नही निकलने के कारण परेशान था. वारदात वाले दिन वह अपनी लायसेंसी बंदूक लेकर बाइक से पंजाब नेशनल बैंक पहुंचा और जाते ही बंदूक से धमकाते हुए फायर कर बैग में रुपये भरने को कहा.
बैंक लूटकर वह सीधे घर पहुंचा और लूट के आधे पैसे पत्नी को देकर झाबुआ टॉवर से शाम साढ़े 7 बजे की बस से आगरा होते हुए मैनपुरी चला गया, जहां पहुचते ही यूपी के बदमाशों ने उसे लूट लिया, उसमे से सिर्फ 45 हजार रुपए ही उसके पास बच सके. हालांकि उसके साथ हुई लूट को कहानी पर पुलिस को संदेह है.
ये भी पढ़ें: ‘तुम्हारा बेटा गैंगरेप के मामले में पकड़ा गया’, Gwalior में रिटायर्ड DSP के भाई को ठगों ने किया फोन, ठग लिए 80 हजार
पुलिस ने आशंका जताई है कि बहन के पति बीमार है, संभवत उसने लूट के रुपए अपने जीजा के ईलाज के लिए दिए होंगे. पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह पहले ओरिएंटल बैंक में गार्ड था, वहां उसके पास 315 बोर की बंदूक थी. बाद में ओरिएंटल बैंक का पीएनबी में मर्ज हो गया तो 12 बोर की बंदूक नहीं होने की वजह से उसे नौकरी से हटा दिया. इस वजह से वह पीएनबी से गुस्सा था.
बेहद शातिर है आरोपी
आरोपी अरुण कुमार सिंह बेहद शातिर है. वह 1996 में राजपूत रेजीमेंट फतेहगढ़ में भर्ती हुआ था. कुछ समय बाद नौकरी छोड़ दी. फिर 1999 में बिहार रेजीमेंट (जम्मू-कश्मीर) में रहा, पर ये नौकरी भी उसने 6 साल में छोड़ दी. 2006 में इंदौर आ गया. बीएसएफ, सीआईएफ और कई बैंकों में गार्ड की नौकरी की. एसबीआई, यूनियन बैंक, ओरियंटल बैंक में नौकरी करने के बाद गोल्ड माइन ज्वेलर्स के यहां अप्रैल तक पदस्थ रहा. साथ ही वह कई शातिर लोंगो का वह पर्सनल बॉडी गार्ड भी रहा, जिसमे किशोर वाधवानी भी शामिल है. संभवतः इतनी जगह नोकरी और शातिर लोगों का सिक्योरिटी गार्ड होने के कारण वह पुलिस को छकाता रहा, जिसके आगे हार मानते हुए पुलिस उसे 40 हजार के साथ ही इंदौर ले आई.