Indore News: भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के साथ एक नया टैग जुड़ गया है. देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट (Devi Ahilyabai Airport) अब देश का पहला जीरो वेस्ट एयरपोर्ट (Zero Waste Airport) बन गया है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने आज इंदौर एयरपोर्ट में एक हजार किलो क्षमता वाले जीरो वेस्ट रीसाइकल प्लांट (Recycle Plant) का उद्घाटन किया.
सूखे और गीले कचरे का अलग-अलग निस्तारण होगा
जीरो वेस्ट रीसाइकल प्लांट का उद्देश्य कचरे का प्रभावी निस्तारण करना है. अब एयरपोर्ट पर एयरलाइंस, दुकानों और गार्डन से निकलने वाले गीले और सूखे कचरे को रिसाइकल किया जाएगा. गीले कचरे से कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी. सूखे कचरे को अलग किया जाएगा. इस प्लांट से न केवल कचरे का निस्तारण होगा बल्कि एयरपोर्ट को राजस्व भी प्राप्त होगा. यह प्लांट ‘फोर आर’ यानी रिड्यूस (Reduce), रीयूज (Reuse), रीसाइकल (Recycle) और रीस्टोर (Restore) की अवधारणा पर काम करता है.
55 करोड़ की लागत से बने ATC टावर का उद्घाटन
वेस्ट मैनेजमेंट (Waste Management) प्लांट के उद्घाटन के अलावा उड्डयन मंत्री ने ATC टावर का उद्घाटन किया. इसकी लागत 55 करोड़ रुपये है. यह पुराने टावर के मुकाबले दुगना बड़ा है. अब निगरानी दायरा बढ़ गया है. इससे पूरे एयरपोर्ट पर निगरानी रखी जा सकती है.
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नए टर्मिनल की मिली सौगात
यात्री सुविधाओं और बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए एविएशन मंत्री ने घोषणा कि जल्द ही एयरपोर्ट के नए टर्मिनल बनाने का काम शुरू किया जाएगा. वर्तमान में 40 लाख यात्रियों की क्षमता वाले इस एयरपोर्ट की क्षमता आगामी तीन वर्षों में बढ़कर 90 लाख तक की जाएगी.
कनेक्टिविटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं. सिंगापुर, बैंकाक और अमेरिका जैसे देशों से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत की जा रही है, जिससे एयरपोर्ट की कार्गो क्षमता भी बढ़ेगी.