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MP News: इंदौर में सीएम को समस्या बताने की मिली सजा, अधिकारियों ने बुजुर्ग महिला का बिजली-पानी का कनेक्शन काटा

CM Mohan Yadav had eaten corn after reaching the woman's cart.

महिला के ठेले में पहुंच कर सीएम मोहन यादव ने भुट्टा खाया था.

MP News: इंदौर में पिछले महीने शहर में घूमते हुए सीएम ने एक महिला के भुट्टे के ठेले पर रुककर भुट्टो का आनंद लिया था. इस दौरान भुट्टा खिलाने वाली महिला से सीएम ने समस्याएं पूछ ली तो महिला ने बिजली पानी की समस्या बता दी. समस्या सुनकर सीएम तो चले गए, लेकिन बिजली कंपनी ने महिला के घर का बिजली कनेक्शन और नगर निगम ने जल कनेक्शन काट दिया. 25 दिन से परेशान महिला ने हर जगह शिकायत की, लेकिन कही सुनवाई नहीं हुई तो अब कलेक्टर को शिकायत की गई है.

कलेक्टर ने सब ठीक करवाने का आश्वासन दिया है. सीएम डॉ मोहन यादव इंदौर में घूमते हुए एक ठेले पर भूट्टे खाने रुक गए, भुट्टा खाते हुए उन्होंने महिला से चर्चा कर उसकी और शहर की समस्याओं के बारे में पूछ लिया तो महिला ने भी बिना सोचे समझे बिजली पानी की समस्या खुलकर सीएम को बता दी. इसके बाद सीएम ने अधिकारियो की क्लास लेकर समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दे दिए.

समस्या बताने पर कनेक्शन काटा

महिला द्वारा सीएम को समस्या बताना अधिकारियों को इस कदर नागवार गुजरा कि बिजली कंपनी के अधिकारियों ने उसका बिजली कनेक्शन काटकर उसके मकान से मीटर भी निकाल लिया. यही नहीं महिला ने आरोप लगाया कि नगर निगम ने उसका नल कनेक्शन भी काट दिया. पिछले 25 दिनों से नारकीय यातनाएं भुगतने को मजबूर महिला ने रोते हुए कलेक्टर आशीष सिंह को शिकायत की है.

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कलेक्टर ने बताया मकान मालिक से विवाद

पीड़ित महिला सुमन पाटीदार मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विधानसभा क्षेत्र के रामचंद्र नगर की रहने वाली है. वह उस मकान में पिछले 35 वर्षों से रह रही है. लेकिन कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि महिला के बिजली कनेक्शन को लेकर मकान मालिक से कुछ विवाद है. वह बिजली कनेक्शन किसके नाम होना चाहिए इसकी जांच करवाकर कलेक्टर ने समस्याओं का निराकरण करने की बात कही है.

फिल्मी नहीं असली है कहानी

बिल्कुल फिल्मी लगने वाली यह कहानी एकदम हकीकत है. प्रदेश में अधिकारियों की मनमानी का जीवंत उदाहरण है. इसे कनेक्शन के नाम का हवाला देकर मकान मालिक से विवाद की दिशा जरूर दी जा रही है, लेकिन हकीकत में यह सीएम को शिकायत करने की सजा है.

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