MP News: लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर रुपए ऐठने का इन दिनों चलन सा चल पड़ा है. पिछले कुछ दिनों में इस तरह के साइबर ठगो ने अकेले इंदौर में ही 50 लाख से ज्यादा की चपत लोगों को लगाई है. अब इन साइबर ठगों का इंदौर कनेक्शन सामने आया है. हाउस अरेस्ट कर ठगी करने वाले 2 बदमाशो को पकड़कर इंदौर क्राइम ब्रांच ने जयपुर पुलिस के सुपुर्द किया है. बड़ी बात यह है कि दसवीं और बारहवीं पास इन ठगो ने एसबीआई की महिला अधिकारी को हाउस अरेस्ट कर 17 लाख रुपए ठग लिए थे. दसवीं और बारहवीं पास साइबर ठगो के निशाने पर हाइली एजुकेटेड लोग है. साइबर ठग डिजिटल अरेस्ट कर इंदौर के एक डॉक्टर दंपति, एक अन्य डॉक्टर, एक आईटी प्रोफेशनल और अन्य से मिलाकर 50 लाख से अधिक के ठगी कर चुके है. लेकिन इनमे से एक भी साइबर ठग तक कानून के लम्बे हाथ नहीं पहुंच सकें.
इसी बीच जयपुर राजस्थान की एक महिला बैंक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने 17 लाख रुपए ठग लिए. इसकी जांच में जुटी जयपुर पुलिस को बैंक अकाउंट के आधार पर इंदौर के 2 बदमाशो की लिंक मिल गई. जयपुर पुलिस द्वारा जानकारी देने के बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने बारहवी पास मुस्तफा बोहरा और दसवीं पास अरशद खान को गिरफ्तार कर जयपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. सुपुर्द करने से पहले दोनो ने इंदौर पुलिस को बताया कि एक टेलीग्राम चैनल के माध्यम से उन्हे बैंक अकाउंट में रुपए डलवाने का काम मिला था. इसकी एवज में उन्हें 10 हजार रुपए मिलते है. इनके बैंक अकाउंट से पुलिस ने 9 लाख रुपए बरामद किए है.
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ऐसे करते है डिजिटल हाउस अरेस्ट
जयपुर राजस्थान की रहने वाली एसबीआई की महिला अधिकारी को साइबर ठगो ने कॉल कर खुद को ट्राई (TELECOM REGULATORY AUTHORITY OF INDIA) के अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके आधार कार्ड से मुंबई से जो सिम कार्ड इश्यू हुआ है, उस नंबर से अवैध गतिविधियां हो रही है. इस पर ठगी की शिकार बैंक अधिकारी ने कोई दूसरा नंबर नहीं होने की बात कही तो ठग गैंग ने मुंबई पुलिस से कनेक्ट करना बताकर मुंबई के कोलवा थाना के विनय खन्ना नमक अधिकारी से बात करवाई. उसने फरियादी को स्काइप इंस्टॉल कर वीडियो कॉल पर बात करने को कहा. उसके बाद अलग–अलग डिपार्टमेंट के अधिकारी बताकर 4 से 5 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा गया और उसके बाद कहा कि नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आप मुख्य सस्पेक्ट हो. आरबीआई आपके 20 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करेगी और आपको आपके बैंक खाते में रिफंड कर देगा, इसके लिए आपको सर्विलांस बैंक अकाउंट में रकम डालना पड़ेगी. फरियादी ने रुपए ट्रांसफर करने से मना किया तो ठगो ने कोर्ट का समन होने की बात कहते हुए घर से अरेस्ट करने की धमकी दी. ठग गैंग की बातों में आकर महिला ने 17 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए. ठग गैंग ने 3 लाख रुपए की और मांग की, जो फरियादी ने नहीं दिए. उसके कुछ घंटों तक फरियादी ने रिफंड आने का इंतजार किया, जब रुपए नही आए तो इसकी शिकायत तत्काल पुलिस को की. इसकी जांच में जयपुर पुलिस को वो बैंक अकाउंट नंबर मिल गए, जिनमे यूपी डलवाए गए थे. इसकी जांच में ही इंदौर कनेक्शन सामने आया है.
खाली हाथ है इंदौर पुलिस
शिकायत मिलने पर जयपुर पुलिस ने तत्वरित कार्रवाई करते हुए उन ठगों को धरदबोचा, जिनके बैंक अकाउंट में रुपए गए थे. इसके आधार पर पुलिस आगे की कड़ी तक भी पहुंच जाएगी. लेकिन इंदौर पुलिस तो इससे भी फिसड्डी निकली जो अब तक इन लोगो तक भी नहीं पहुंच सकी, जिनके बैंक अकाउंट में ठगी की रकम गई है.