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MP News: इंदौर में अपनी ही सरकार में विकास कार्यों के लिए आमरण अनशन करने को मजबूर MIC सदस्य, DAVV के कुलपति के खिलाफ करेंगे भूख हड़ताल

Indore councilor Manish Sharma uncle has been forced to fast unto death to get development work done in his ward.

इंदौर में पार्षद मनीष शर्मा मामा अपने वार्ड में विकास कार्य करवाने के लिए आमरण अनशन करने को मजबूर हो गए है.

Indore News: मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है, इंदौर की सभी 9 विधानसभा क्षेत्र के विधायक बाई बीजेपी के हैं, नगर निगम में बीजेपी के महापौर और परिषद हैं. इसी परिषद के एक सदस्य एवं पार्षद मनीष शर्मा मामा अपने वार्ड में विकास कार्य करवाने के लिए आमरण अनशन करने को मजबूर हो गए है.

मनीष शर्मा मामा ने बताया कि इंदौर शहर में नगर निगम पानी के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं जुटाने में लगा है तो वहीं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति मनमानी पर अड़ी हुई है. 2021 तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वार्ड 64 में 30 लाख लीटर पानी की टंकी के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की थी. करीब साढे 13 करोड़ रुपए लागत से बनने वाली पानी की टंकी के लिए राज्य शासन की स्वीकृति के बाद भी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन टंकी निर्माण के लिए खण्डवा रोड स्थित देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी परिसर में निर्माण कार्य की अनुमति नहीं दे रही है, जिसके कारण वार्ड क्रमांक 64 की लगभग 32 कॉलोनी और रहवासी क्षेत्र के नागरिको में रोष व्याप्त है. ऐसे में कुलपति की हटधर्मिता के खिलाफ क्षेत्रीय पार्षद एवं महापौर परिषद के सदस्य मनीष शर्मा मामा ने मोर्चा खोल दिया है.

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करेंगे आमरण अनशन

पत्राचार के माध्यम से मनीष मामा लगातार कुलपति से टंकी निर्माण कार्य की अनुमति प्रदान करने का निवेदन कर चुके हैं, बावजूद इसके अब तक कुलपति की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया. ऐसे में एमआईसी सदस्य मनीष मामा ने चेतावनी दी है कि तीन दिनों में यदि कुलपति की तरफ से अनुमति नहीं दी गई तो वे खुद टंकी निर्माण स्थल पर आमरण अनशन करेंगे, जिसमें क्षेत्रीय नागरिक भी शामिल होंगे.

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