MP News: इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है जो मोबाइल कंपनी के टावरों में लगने वाले महंगे उपकरण चुराकर बेच देते थे. जिन उपकरणों को चुराया जा रहा था, उनकी डिमांड चीन और दुबई में बहुत अधिक है. चोरी का माल वहां बेचने के उद्देश्य से ही यह गिरोह चोरी की वारदातो को अंजाम दे रहे थे. इन आरोपियों से पुलिस ने लगभग 8 करोड़ रुपए कीमत के उपकरण बरामद किए है.
मोबाइल टावर के उपकरण लगाने के लिए गिरोह के सदस्य कंपनी से ठेके लेते थे. बाद में उपकरण लेकर फरार हो जाते थे. इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक मोबाइल कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. शिकायत में मैनेजर ने बताया था कि मोबाइल टावर में लगने वाले महंगे उपकरण और रेडियो रिसीवर यूनिट लगातार चोरी हो रहे है.
आरोपियों ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों में स्थित कंपनी के टावरों में बड़ी संख्या में उपकरण लगाने का ठेका लिया था. लेकिन लगभग 8 करोड़ के उपकरणों को इन बदमाशों ने गोदाम में जमा नहीं किया और चुरा कर भाग निकले.
चीन और दुबई में है बड़ी डिमांड
मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने टेलीकॉम इंजीनियर संजीव और सचिन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि इनकी गैंग के कई सदस्यों ने टेलिकॉम कंपनियों में मेंटेनेंस का काम किया था. कंपनी का ही सदस्य उस्मान इंदौर और अन्य जिलों से चोरी का माल मेरठ में इमरान और आबिद नामक आरोपियों को बेचता था. चुराए गए रेडियो रिसीवर की चीन और दुबई में भारी मांग थी, इसलिए महंगी कीमत में दिल्ली और मेरठ में बिक जाते थे. क्राइम ब्रांच पुलिस ने इन आरोपियों को पटना और दिल्ली से गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें: रीवा के एक स्कूल में 11 शिक्षकों को कैसे हो गया ब्रेन ट्यूमर? मचा हड़कंप
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन सामने आने की उम्मीद
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशकर उन्हें रिमांड पर लिया है. इन आरोपियों की लिंक अंतरराष्ट्रीय स्तर की निकलने की आशंका जताई जा रही है. वहीं इस मामले में और भी आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही जा रही है.