Indore News: इंदौर जिले में श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बिहार और यूपी से काम करने के लिए लाए गए 8 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. इनमें से 3 की उम्र 14 वर्ष से कम जबकि 5 की उम्र 14 वर्ष से अधिक है.
गुप्त सूचना के आधार पर की कार्रवाई
श्रम विभाग को सूचना मिली थी कि पंढरीनाथ थाना क्षेत्र के मोती तबेला स्थित बैग बनाने के कारखाने में बाल श्रमिकों से काम करवाया जा रहा है. सूचना पर तीनों विभाग की टीम गठित कर कार्रवाई की जिसमे ये सभी बाल श्रमिक छुड़ाए गए है. 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चो को किसी तरह का श्रम करने की अनुमति नहीं होने की वजह से तीनों बच्चो को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया गया है. उन्हे एक संस्था में रखा गया है, उनके परिजन आने के बाद उनकी काउंसलिंग कर बच्चो को उनके सुपुर्द किया जाएगा. वहीं 14 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों को समझाइश दी गई है.
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कारखाना मालिक के विरुद्ध प्रकरण दर्ज
बाल संरक्षण अधिकारी भगवान दास साहू ने बताया कि नियमानुसार 14 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चो से कठिन काम नही करवाया जा सकता. छुड़ाए गए सभी बाल श्रमिक यूपी बिहार के है. बाल श्रमिकों से काम करवाने वाले कारखाना संचालक के विरुद्ध श्रम विभाग ने प्रकरण पंजीबद्ध किया है. मामले की जांच भी की जा रही है.