MP News: इंदौर में बीती रात खातीवाला टैंक स्थित बैराठी कॉलोनी में एक दो मंजिला मकान में आग लग गई. आग लगने की शुरूआत मकान के पहले माले से हुई. इसमें टॉयलेट क्लीनर निर्माण किया जाता था. पुलिस ने मकान के दूसरे माले पर मौजूद पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
इस प्रकार हुआ हादसा
आग की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बमुश्किल आग पर काबू पाया. आग लगने की सूचना पर प्रशासन के अफसर और क्षेत्रीय विधायक भी मौके पर पहुंच गई थी. डीसीपी ने लोगों को रेस्क्यू कर निकालने वाले पुलिसकर्मियों को इनाम की घोषणा की है. आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. वहीं, पता चला है कि आग लगने की असल वजह बैट्री वाली मोपेड है जिसे चार्ज पर लगाया गया था और उसमें शार्ट-सर्किट होने से आग भड़क गई और दो गाडिय़ां जल गई.
शार्ट सर्किट से लगी आग
जूनी इंदौर पुलिस के अनुसार मृतक अब्दुल पिता सैफीउद्दीन कादरी (55) है. इसने ही दो मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर का फ्लैट किराए पर लिया था. इसी के फ्लैट में केमिकल बनाने का काम किया जाता था. इसके चलते कमरे में बड़ी संख्या में थीनर और एसिड के ड्रम थे. अब्दुल घटना के समय वहां अकेला था. वहीं, घर के दूसरे माले में शांति पति दशरथ सचान (60), बेटा हेम सौरभ, उनकी भाभी ज्योति और एक 14 साल की एक लड़की थी. आसपास के रहवासियों का कहना है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी वहां बैट्री वाली मोपेड थी, जिसे चार्ज पर लगाया गया था. इस दौरान शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लग गई. ग्राउंड फ्लोर पर टॉयलेट क्लीनर बनाने का काम होने से आग तेजी से भड़की. दूसरे फ्लोर पर मौजूद लोग कुछ समझते उससे पहले आग ने मकान को पूरी तरह चपेट में ले लिया. सभी ऊपर ही फंस गए.
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विधायक भी मौके पर पहुंची
पार्किंग में खड़े दो पहियां वाहन चपेट में आ गए. हंगामा मचा और किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी. फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई. इस बीच जूनी इंदौर टीआई अनिल गुप्ता, थाने के पुलिसकमी धर्मेंद्र पाठक, जाम सिंह, संदीप व मनीष पटेल ऊपर चढ़े और ऊपर मकान की गैलरी से उतारकर परिवार के लोगों को पास वाली छत पर ले गए. सीढिय़ों से सभी को नीचे उतारा. इस बीच क्षेत्रीय विधायक मालिनी गौड़ भी मौके पर पहुंच गई. प्रशासन के लोग भी मौके पर जा पहुंचे. एंबुलेंस को भी मौके पर बुलाया गया.
शांति सचान के अनुसार घटना के दौरान वह पूजा कर रही थी. हंगामे की आवाज सुनी तो घटना का पता चला. हादसे के समय किराएदार अब्दुल अपने कमरे से बाहर नहीं निकल सके. उन्हें छह महीने पहले ही कमरा किराए से दिया था. फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. डीसीपी जोन-4 ऋषिकेश मीना ने रेस्क्यू करने के बाद पुलिस टीम को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.