Radhaswami Satsang Covid Center Scam: इंदौर में कोविड काल 2020 से 2022 तक इंदौर में सरकारी ख़ज़ाने को जमकर लूटा गया. ऐसा एक भी काम नहीं किया गया जिसमें आपदा को अवसर बनाकर करोड़ों का भ्रष्टाचार न किया गया हो. मप्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव राकेश सिंह यादव ने राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए बताया कि राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर 45 एकड़ में बनाया गया था. इसके लिए इंदौर के लोगो से सहयोग राशि ली गई थी. करोड़ों की सहयोग राशि लेने के बाद भी सरकारी ख़ज़ाने से राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में दूसरी और तीसरी कोविड लहर में 6.75 करोड और 5.90 करोड़ का भुगतान कोविड फंड के नाम लूट लिया गया. जबकि दूसरी और तीसरी लहर में एक समान व्यवस्था थी.
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर का शेड स्थायी रूप से बना हुआ हैं. राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में ढाई करोड़ की लागत से दो ऑक्सीजन प्लांट लगाने का दावा किया गया. लेकिन एक भी ऑक्सीजन प्लांट प्लांट शुरू नही हो सका. ऑक्सीजन प्लांट का ठेका बिना टेंडर मनमाने रेट से दक्षिण की कंपनी को दे दिया गया था.
देश में मात्र 50 से 75 लाख में राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर मे निर्धारित ऑक्सीजन क्षमता वाले प्लांट के लिए ढाई करोड़ का घोटाला किया गया. ऑक्सीजन प्लांट बनाने के लिए मोयरा सरिया के विमल टोडी, पवन सिंघानिया, क्रेडाई के लीलाधर माहेश्वरी, गोपाल गोयल, नरेडको के विवेक दम्मानी, अग्रवाल समाज के अरविंद बागड़ी, महावीर बिदासरिया, नीलेश अग्रवाल आदि से 1.15 करोड़ की राशि एकत्रित करने के बाद भी राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगाया गया. बाद में लीपापोती कर एक कम क्षमता वाला प्लांट पीसी सेठी अस्पताल में लगा दिया, लेकिन दूसरा ऑक्सीजन प्लांट लापता हो गया. आम जनता से करोड़ों रूपये लेने के बाद भी राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर के नाम पर 4.50 करोड़ का पेमेंट निकाला गया. तत्कालीन सीएमएचओ पूर्णिमा गरड़िया ने भ्रष्ट अधिकारियों की पोल कोविड में ही खोल दी थी. तत्कालीन सीएमएचओ डॉ पूर्णिमा गरड़िया के आरोपों की पुनः समीक्षा करके विस्तृत जॉंच होना चाहिए. कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सबूतों सहित शिकायत करके राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में करोड़ों के घोटाले और भ्रष्टाचार की जॉंच कर ज़िम्मेदार अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
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राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर से लापता सामान की सूची
(1) कोविड सेंटर के लिए दान दाताओं की राशि 1.15 करोड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ दी गई.
(2) कोविड सेंटर के नाम से स्वास्थ्य विभाग से 4.5 करोड़ निकाल लिए गये.
(3) दान दाताओं द्वारा 100 से ज़्यादा आक्सीजन कंस्ट्रेटर चोरी से बेच दिये.
(4) 600 से 1200 पलंग लापता हैं.
(5) 1000 गद्दे, चादर, पिलो, बेलंकेट लापता हैं.
(6) लाखों रूपयों के समस्त मेडिकल एक्युमेंट लापता हैं.
(7) राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर के नाम पर लगने वाला एक आक्सीजन प्लांट लापता हैं.
(8)इंदौर नगर निगम में ट्रैफ़िक बजट के नाम पर स्वीकृत 100 करोड़ रूपये कोविड व्यवस्था के नाम पर लूट लिये.
(9) कोविड सेंटर में ऐसा सामान ख़रीदना दिखाया गया जिसका उपयोग कोविड में नहीं होना था. इनके फ़र्ज़ी बिल लगाकर करोड़ों का भ्रष्टाचार सरकारी अधिकारियों ने किया है. जैसे डिफ्रीब्रिलेटर का रेट 1.85 लाख था इसे 3 लाख में ख़रीदा गया. आइव स्टैंड 895 का था, इसे 3496 में ख़रीदा गया. यूरीन पॉट एंव सीरिंज इनफ्यूजन पंप बिना वजह ख़रीदे गये, इनकी आवश्यकता नहीं थी.