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MP News: रीवा के बेटे ने फिर किया कमाल, किंग्स इलेवन पंजाब ने 80 लाख रुपये में खरीदा

Kuldeep Sen of Rewa was bought by Kings XI Punjab for Rs 80 lakh

MP News: क्रिकेट जगत में होने वाले IPL मैच के पहले देशभर के खिलाड़ियों की बोली लगाई गई. जिसमें रीवा के कुलदीप सेन को किंग इलेवन पंजाब ने 80 लाख रुपये में खरीदा गया. इसके बाद विंध्य में खुशी की लहर है. कुलदीप सेन का चयन इससे पहले दो बार IPL में राजस्थान रॉयल्स में हो चुका था. इससे पहले कुलदीप को 15 लाख और 20 लाख रुपये में ऑक्शन किया गया था. इस बार कुलदीप सेन को किंग इलेवन पंजाब में 80 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है.

कुलदीप के पिता सैलून चलाते हैं

कुलदीप के पिता सैलून की दुकान चलाते हैं. उनका कहना है कि जैसे ही यह खबर मिली पूरे घर में खुशी का माहौल है. लोग बधाइयां दे रहे हैं और यह इंतजार था कि इस बार उनका चयन IPL में किस टीम में होगा. विस्तार न्यूज ने रीवा में कुलदीप के पिता और क्रिकेट प्रेमियों से बात की उन सबका कहना है कि विंध्य और रीवा के लिए बेहद ही गौरवान्वित करने का विषय है. कुलदीप सेन का चयन IPL में तीसरी बार हुआ है. जिसके कारण लोगों को क्रिकेट के प्रति रुझान भी बढ़ेगा और क्रिकेट की दुनिया पर अपना करियर बनाने वाले लोगों को मार्गदर्शन भी मिलेगा.

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कुलदीप सेन को बचपन से था क्रिकेट का शौक

कुलदीप को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का था बहुत शौक था. वहीं कुलदीप की मां गीता सेन बताती हैं कि कुलदीप का जन्म 22 अक्टूबर 1996 में रीवा जिले छोटे से गांव हरिहरपुर में हुआ था. जब 8 साल का था तो वह छोटे-छोटे बच्चों के साथ खेला करता था. जैसे-जैसे बड़ा हुआ तो गांव की गलियों में शहर में क्रिकेट खेलना शुरू किया. 2014 में वह क्रिकेट को लेकर काफी एक्टिव हो गया था. उन्होंने कहा कि अपने जिले के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय स्टेडियम में रीवा क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से खेल खेलना शुरू कर दिया था. उसके बाद वह पीछे मुड़कर नहीं देखा. दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज कुलदीप अभी तक तीन बार IPL में चयनित हो चुके हैं. जिसमें राजस्थान रॉयल्स के बाद अब किंग इलेवन पंजाब की टीम में खेलेंगे.

संघर्ष में बीता कुलदीप का बचपन

कुलदीप सेन के पिता रामपाल सेन ने बताया कि घर की हालत बहुत खराब थी. मैं स्वयं सलून की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते करता था. पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर का कुलदीप सेन को पिता ने क्रिकेट में रुचि देखते हुए कभी आर्थिक तंगी नहीं आने दी. भले ही अन्य खर्चों में उन्हें कटौती करना पड़ा हो. ईश्वर की कृपा से आज सब कुछ ठीक हो रहा है.

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