मनोज उपाध्याय-
MP News: मुरैना जिला मुख्यालय से महज 4 किमी दूर देवरी गांव में भी मुक्तिधाम नहीं है. 20 साल पहले क्वारी नदी के किनारे शव के अंतिम संस्कार की वैकल्पिक व्यवस्था कर ग्रामीणों ने कर ली थी. लेकिन अब नदी किनारे की जमीन पर भूमाफिया द्वारा प्लाटिंग की जा रही है, उन्होंने बाउंड्री करके नदी पर जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया है.
सरकारी जमीन पर हुई बाउंड्री
देवरी से सटी क्वारी नदी के किनारे सरकारी जमीन है, उस पर अभी तक ग्रामीण अपने परिजन का अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं लेकिन उस सरकारी जमीन पर भी प्लाटिंग करने वालों ने बाउंड्री करके रास्ता बंद कर दिया है. अब स्थिति यह है कि ग्रामीणों को कभी नदी के किनारे, कभी खेत-खलिहानों अथवा सरकारी जमीन पर खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है.
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भूमफिया के आगे प्रशासन नतमस्तक
इसकी शिकायत ग्रामीण जिला पंचायत सीईओ से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक की लेकिन भूमफिया के आगे प्रशासन नतमस्तक हो गया है इसलिए अस्थायी मुक्तिधाम के लिए रास्ता नहीं दिलवा सका. बता दें कि शासन व प्रशासन स्तर से मुक्तिधाम के लिए बजट दिया गया है लेकिन स्थानीय निकाय के जिम्मेदारों की अनदेखी और भूमाफिया की मनमानी के चलते देवरी गांव में न तो मुक्तिधाम का निर्माण हो सका है और न अस्थायी मुक्तिधाम के रास्ते पर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया है. इसके चलते ग्रामीण बेहद परेशान हैं.