MP News: प्रदेश के दमोह जिले की जबेरा जनपद पंचायत के अंतर्गत आना वाला स्मार्ट गांव पड़रिया थोवन एमपी का इकलौता ऐसा गांव है, जिसने देश के नक्शे पर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है. इस गांव के लोगों की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम है, बिना शासन के 1 रुपये खर्च किए ही गांव के नौजवान टीम और जागरूकता लोगों ने पड़रिया थोवन गांव की सूरत बदल दी.
स्वच्छता के मामले में तो ये गांव नम्बर वन था ही लेकिन अब गांव की युवा पीढ़ी ने स्कूली बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से प्रगतिशील बनाने के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की मदद से गांव में ही एक लाइब्रेरी की शुरुआत की है. इस लाइब्रेरी की खासियत है कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को जो किताबें दी जायेगी वो पूरी तरह से निःशुल्क होंगी इन किताबों को पढ़ने के लिए ना तो बच्चों से और ना ही उनके अभिभावकों से किसी भी प्रकार की राशि नहीं ली जायेगी.
पहले बनाया स्वच्छता में नम्बर वन, फिर बनाया Smart Village
इस गांव की कुल आबादी की बात करें तो सिर्फ 315 वोटर इस कस्बे में निवासरत है. जिनकी पूरी जानकारी घर परिवार के सदस्यों से लेकर एक एक मकान का ब्यौरा इंटरनेट पर दर्ज है,इस गांव की खासियत यह है कि यहां के बड़े,बुजुर्गों से लेकर युवा पीढ़ी तक नशीले पदार्थों से कोषों दूर है,इसीलिए इसे MP के नशामुक्त गांव के नाम से भी जाना जाता है.यहां के लोग वर्तमान स्थितियो से अच्छी तरह से वाकिफ हैं इसीलिए इस गांव का एक कार्यालय है,जहां पर समय समय पर किसानों को कृषि सम्बंधी जानकारी से लेकर बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नए आयामो की शिक्षा दी जाती है.
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बिजली के खम्बों पर लगे है CCTV कैमरे
गांव में चोरी चकारी और अन्य आपराधिक घटनाओं के रोकथाम के लिए बिजली के खम्बों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं. ताकि अंधेरी रात में भी गांव की तीसरी आंख जागते हुए गांव की सुरक्षा कर सके. इतना ही नहीं जब कभी भी आप इस गांव को घूमने के लिए जाएंगे तो बिजली के खम्बों के आपको हूटर लगे हुए भी दिखाई देंगे जहां से स्वच्छता सम्बधी दिशा निर्देश समय समय पर लोगों को दिए जाते हैं.इस गांव की दीवारों पर आपको रंग रोगन और चित्रकला की तस्वीरे दिखाई देंगी जोकि जन जन को स्वच्छता का संदेश देती है.यहां के सरकारी स्कूलों में पड़ने वाले बच्चों की स्मार्ट क्लासेस लगाई जाती है, ताकि छोटे से ही उन्हें तकनीकी शिक्षा मिल सके इन सभी गतिविधियों का संचालन गांव के कार्यालय से होता है.इस गांव का हर नौजवान युवा इंजीनियर, विधुत मंडल, आर्मी, डॉक्टर, शिक्षा विभाग और भी अन्य विभागों में पदस्थ है.जो समय समय पर गांव आकर लोगों के मनोबल को बढ़ाते हैं.
इस गांव के रहने वाले अनुज बाजपेई ने बताया कि गांव को स्मार्ट गांव बनाने तक के सफर में कई मुश्किलें आई लेकिन हमारी टीम ने हिम्मत नहीं हारी हमारी संस्कृति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपने को साकार करने के लिए हमारे गांव का हर व्यक्ति तत्त्पर है. बच्चों के लिए बड़े बड़े शहरों और महानगरो में भी निःशुल्क लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है. लेकिन हमारा गांव प्रदेश का इकलौता ऐसा गांव है जहां हाल ही में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के द्वारा गांव में लाइब्रेरी की शुरुआत की गई है. जहां पर स्कूली बच्चों को निःशुल्क ही हमारी संस्कृति, बाल साहित्य, सामान्य ज्ञान, कहानी, हास्य कविताएं,चुटकुले और भी अन्य विषयों की किताबें पढ़ने के लिए दी जा रही है.